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हरियाणा के जवान की कश्मीर में ड्यूटी के दौरान कोरोना से मौत, बेटियों ने दी मुखाग्नि - haryana news in hindi

जम्मू कश्मीर के बनिहाल में तैनात करनाल के जानी गांव के सूबेदार रमेश चंद्र का कोरोना के कारण निधन हो (Karnal soldier died in Jammu and Kashmir) गया था. सूबेदार रमेश का पार्थिव शरीर गांव पहुंचने पर उनकी तीन बेटियों ने मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार किया.

Karnal jawan funeral
Karnal jawan funeral
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Published : Jan 16, 2022, 7:11 PM IST

करनाल: जिले के जानी गांव के सूबेदार रमेश चंद्र जम्मू कश्मीर के बनिहाल में पोस्टेड थे. जिनका कोरोना के कारण निधन हो (Karnal soldier died in Jammu and Kashmir) गया था. रविवार को रमेश चंद्र के पार्थिव शरीर के गांव पहुंचने पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार (Karnal jawan funeral) किया गया. रमेश की तीन बेटियों ने अपने पिता के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी. इस दौरान पूरे गांव में गमगीन माहौल छा गया.

हरियाणा का ये लाल देश की रक्षा के लिए जम्मू-कश्मीर के बनिहाल में दुश्मनों के इरादों को नेस्तोनाबूत करने के लिए डटा हुआ था. कड़ाके की ठंड में ना जोश कम था ना जज्बा, पर इस दौरान सूबेदार रमेश चन्द्र की तबीयत खराब हो जाती है और उन्हें इलाज के लिए उधमपुर के आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया जाता है. किसी ने भी नहीं सोचा था कि वहां से इतनी बुरी खबर आएगी कि पूरा करनाल गमगीन हो जाएगा. अभी थोड़े दिन पहले तो रमेश चन्द्र छुट्टियां बिताकर अपने घर से ड्यूटी पर गए थे.

हरियाणा के जवान की कश्मीर में ड्यूटी के दौरान कोरोना से मौत, तीन बेटियों ने दी मुखाग्नि

ये भी पढ़ें- शहीद कैप्टन साहिल वत्स का पैतृक गांव में हुआ अंतिम संस्कार, नम आंखों से दी गई विदाई

अभी तो बेटियों की शादी करवानी थी, रिटायरमेंट के बाद अपने परिवार के साथ अच्छा वक्त बिताना था. 30 साल देश की सेवा में गुजार चुके रमेश चंद्र कुछ ही सालों में रिटायर होने वाले थे. लेकिन मुकद्दर को कुछ और ही मंजूर था. रिटायरमेंट से पहले इस तरह वो भारत के तिरंगे में लिपटे हुए आएंगे किसी को इस बात का इल्म नहीं था. करनाल के जवान का निधन होने से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी. जब उनका पार्थिव शरीर गांव जानी में पहुंचा तो सभी की आंखें नम हो गई, परिवार से लेकर गांव के हर सदस्य की आंखों में आंसू थे.

सेना के जवानों ने राजकीय सम्मान के साथ तिरंगे में लिपटे हुए रमेश चन्द्र को सलामी देकर नम आंखों के साथ विदा किया. बता दें कि रमेश चन्द्र की 3 बेटियां हैं, तीनों की अभी शादी करनी थी. तीनों बेटियों ने अपने पिता के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी. इस दौरान सबने भारत माता की जय के नारों के साथ सूबेदार रमेश चन्द्र का अंतिम संस्कार किया. पूरे गांव में मातम का माहौल है. अंतिम विदाई देने के लिए बीजेपी के विधायक हरविन्दर कल्याण भी पहुंचे.

ये भी पढ़ें- भिवानी में ओमीक्रोन की एंट्री, एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति में हुई पुष्टि

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करनाल: जिले के जानी गांव के सूबेदार रमेश चंद्र जम्मू कश्मीर के बनिहाल में पोस्टेड थे. जिनका कोरोना के कारण निधन हो (Karnal soldier died in Jammu and Kashmir) गया था. रविवार को रमेश चंद्र के पार्थिव शरीर के गांव पहुंचने पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार (Karnal jawan funeral) किया गया. रमेश की तीन बेटियों ने अपने पिता के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी. इस दौरान पूरे गांव में गमगीन माहौल छा गया.

हरियाणा का ये लाल देश की रक्षा के लिए जम्मू-कश्मीर के बनिहाल में दुश्मनों के इरादों को नेस्तोनाबूत करने के लिए डटा हुआ था. कड़ाके की ठंड में ना जोश कम था ना जज्बा, पर इस दौरान सूबेदार रमेश चन्द्र की तबीयत खराब हो जाती है और उन्हें इलाज के लिए उधमपुर के आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया जाता है. किसी ने भी नहीं सोचा था कि वहां से इतनी बुरी खबर आएगी कि पूरा करनाल गमगीन हो जाएगा. अभी थोड़े दिन पहले तो रमेश चन्द्र छुट्टियां बिताकर अपने घर से ड्यूटी पर गए थे.

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सेना के जवानों ने राजकीय सम्मान के साथ तिरंगे में लिपटे हुए रमेश चन्द्र को सलामी देकर नम आंखों के साथ विदा किया. बता दें कि रमेश चन्द्र की 3 बेटियां हैं, तीनों की अभी शादी करनी थी. तीनों बेटियों ने अपने पिता के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी. इस दौरान सबने भारत माता की जय के नारों के साथ सूबेदार रमेश चन्द्र का अंतिम संस्कार किया. पूरे गांव में मातम का माहौल है. अंतिम विदाई देने के लिए बीजेपी के विधायक हरविन्दर कल्याण भी पहुंचे.

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