ETV Bharat / state

Karnal Crime News: मृतक जेई के पास थे एक करोड़ से ज्यादा रुपये, परिजन बोले- BJP नेता का था यह पैसा

author img

By

Published : Nov 5, 2022, 11:10 AM IST

Karnal Crime News: करनाल PWD विभाग (Karnal PWD Department) में जेई दीपक की मौत मामले में एक नई जानकारी सामने आई है. दरअसल परिवार वालों ने पुलिस को बताया है कि चार दिन पहले जब दीपक लापता हुआ था तब उसके पास एक करोड़ से ज्यादा की रकम थी. पैसे की जानकारी मिलते ही पुलिस ने इस मामले की छानबीन तेज कर दी है.

Missing JE body recovered in Karnal
मृतक जेई के पास थे एक करोड़ से ज्यादा रुपये, परिजन बोले- BJP नेता का था यह पैसा

करनाल: सीएम सिटी करनाल में PWD विभाग में तैनात जेई दीपक की मौत मामले (JE Murder Case Karnal) की पुलिस लगातार जांच कर रही है. अब इस मामले में एक नई जानकारी सामने आई है. दरअसल मृतक के परिवार वालों का कहना है कि जब वह लापता हुए थे तब उसके पास एक करोड़ 10 लाख रूपये थे. कल ही लापता जेई की डेड बॉडी पश्चिमी यमुना नहर से बरामद (JE body recovered from Munak canal) की गई थी. इस को पुलिस ने कब्जे में लेकर आगे की जांच शुरू कर दी.

पुलिस इस मामले की जांच में काफी फुर्ती दिखा रही है फिर भी जांच टीम की लाख कोशिशों के बाद भी अभी तक 1 करोड़ 10 लाख रुपए का रहस्य सुलझ नहीं पाया है. बताया जा रहा है कि यह राशि दीपक चंडीगढ़ से लेकर आ रहा था. रकम गांव के ही भाजपा नेता की थी. दीपक की मौत को इस पैसे से जोड़ कर देखा जा रहा है. पुलिस भी अब रकम में ही मौत का सुराग जुटाने की कोशिश में हैं.

गांव वालों ने बताया कि चार दिन पहले गांव के ही एक भाजपा नेता की ऑडियो पुलिस को सुनवाई थी. इसमें यह भाजपा नेता दावा कर रहा है कि दीपक उसके एक करोड़ दस लाख रुपए चंडीगढ़ से लेकर आ रहा है. उसने यह भी बताया कि उसकी सरकार में अच्छी खासी पकड़ है. हालांकि गांव वालों के दबाव के बाद पुलिस ने भाजपा नेता व उसके भाई को हिरासत में लिया है, लेकिन इससे दीपक के परिवार और रिश्तेदार संतुष्ट नहीं है. फिलहाल मामले की जांच पुलिस गहनता से कर रही है.

क्या है पूरा मामला- पीडब्ल्यूडी विभाग के चार दिन से लापता जेई का शव बरामद (Missing JE body recovered in Karnal) हुआ है. जेई के घरवालों ने करनाल के मुनक थाने में इसका शिकायत दी हुई थी. मंगलवार को जेइ दीपक की गाड़ी कैथल रोड पर पश्चिमी यमुना नहर किनारे बरामद हुई थी. गाड़ी के ड्राइवर साइड का शीशा भी टूटा हुआ था. लापता होने की खबर पाते ही पुलिस ने गोताखोरों के साथ मिलकर पश्चिमी यमुना नहर मे सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ था.

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है. जेई दीपक करनाल के गांव गगसीना का रहने वाला था, जो करनाल पीडब्ल्यूडी विभाग (Karnal PWD Department) में कार्यरत था. सोमवार को सुबह वह घर में कह गया था कि वो ऑफिस के काम से पंचकूला जा रहा है. उस दिन से ही वह लापता चल रहा था. जब नहर किनारे उसकी गाड़ी खड़ी हुई मिली तब उसका एक साइड का शीशा भी टूटा हुआ था.

परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया कि दीपक का सोमवार शाम को करीब 8 बजे फोन आया कि वह करनाल पहुंच गया है. थोड़ी देर में वह घर पहुंच जाएगा. उसके साथ उसके दोस्त भी हैं तो खाना बना लें. जब 9 बजे तक दीपक घर नहीं आया और उसका फोन बंद आया तो परिजनों ने उसकी काफी जगह तलाश की लेकिन कोई सुराग नहीं लगा. देर रात को परिजनों ने मूनक थाने में शिकायत दी. मंगलवार दोपहर को पुलिस ने उन्हे सूचना दी थी कि दीपक की गाड़ी कैथल रोड पर स्थित नहर पर बरामद हुई है. दीपक की किसी के साथ दुश्मनी भी नहीं थी.

मुनक थाना प्रभारी मुकेश ने बताया कि पुलिस को मंगलवार को सूचना मिली थी कि जेई दीपक की गाड़ी नहर किनारे खड़ी थी. मौके पर जांच की तो गाड़ी का एक शीशा टूटा हुआ था. तब से ही पुलिस की टीमें गठित कर दी गई थी. नहर में भी गोताखोरों के द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ था. 4 दिन के बाद दीपक का शव नहर से गोताखोरों की मदद से बरामद कर लिया गया है. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कहा जा सकता है कि यह सुसाइड, हादसा है या मर्डर. परिजनों के बयान के आधार पर आगामी कार्रवाई की जा रही है.

करनाल: सीएम सिटी करनाल में PWD विभाग में तैनात जेई दीपक की मौत मामले (JE Murder Case Karnal) की पुलिस लगातार जांच कर रही है. अब इस मामले में एक नई जानकारी सामने आई है. दरअसल मृतक के परिवार वालों का कहना है कि जब वह लापता हुए थे तब उसके पास एक करोड़ 10 लाख रूपये थे. कल ही लापता जेई की डेड बॉडी पश्चिमी यमुना नहर से बरामद (JE body recovered from Munak canal) की गई थी. इस को पुलिस ने कब्जे में लेकर आगे की जांच शुरू कर दी.

पुलिस इस मामले की जांच में काफी फुर्ती दिखा रही है फिर भी जांच टीम की लाख कोशिशों के बाद भी अभी तक 1 करोड़ 10 लाख रुपए का रहस्य सुलझ नहीं पाया है. बताया जा रहा है कि यह राशि दीपक चंडीगढ़ से लेकर आ रहा था. रकम गांव के ही भाजपा नेता की थी. दीपक की मौत को इस पैसे से जोड़ कर देखा जा रहा है. पुलिस भी अब रकम में ही मौत का सुराग जुटाने की कोशिश में हैं.

गांव वालों ने बताया कि चार दिन पहले गांव के ही एक भाजपा नेता की ऑडियो पुलिस को सुनवाई थी. इसमें यह भाजपा नेता दावा कर रहा है कि दीपक उसके एक करोड़ दस लाख रुपए चंडीगढ़ से लेकर आ रहा है. उसने यह भी बताया कि उसकी सरकार में अच्छी खासी पकड़ है. हालांकि गांव वालों के दबाव के बाद पुलिस ने भाजपा नेता व उसके भाई को हिरासत में लिया है, लेकिन इससे दीपक के परिवार और रिश्तेदार संतुष्ट नहीं है. फिलहाल मामले की जांच पुलिस गहनता से कर रही है.

क्या है पूरा मामला- पीडब्ल्यूडी विभाग के चार दिन से लापता जेई का शव बरामद (Missing JE body recovered in Karnal) हुआ है. जेई के घरवालों ने करनाल के मुनक थाने में इसका शिकायत दी हुई थी. मंगलवार को जेइ दीपक की गाड़ी कैथल रोड पर पश्चिमी यमुना नहर किनारे बरामद हुई थी. गाड़ी के ड्राइवर साइड का शीशा भी टूटा हुआ था. लापता होने की खबर पाते ही पुलिस ने गोताखोरों के साथ मिलकर पश्चिमी यमुना नहर मे सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ था.

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है. जेई दीपक करनाल के गांव गगसीना का रहने वाला था, जो करनाल पीडब्ल्यूडी विभाग (Karnal PWD Department) में कार्यरत था. सोमवार को सुबह वह घर में कह गया था कि वो ऑफिस के काम से पंचकूला जा रहा है. उस दिन से ही वह लापता चल रहा था. जब नहर किनारे उसकी गाड़ी खड़ी हुई मिली तब उसका एक साइड का शीशा भी टूटा हुआ था.

परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया कि दीपक का सोमवार शाम को करीब 8 बजे फोन आया कि वह करनाल पहुंच गया है. थोड़ी देर में वह घर पहुंच जाएगा. उसके साथ उसके दोस्त भी हैं तो खाना बना लें. जब 9 बजे तक दीपक घर नहीं आया और उसका फोन बंद आया तो परिजनों ने उसकी काफी जगह तलाश की लेकिन कोई सुराग नहीं लगा. देर रात को परिजनों ने मूनक थाने में शिकायत दी. मंगलवार दोपहर को पुलिस ने उन्हे सूचना दी थी कि दीपक की गाड़ी कैथल रोड पर स्थित नहर पर बरामद हुई है. दीपक की किसी के साथ दुश्मनी भी नहीं थी.

मुनक थाना प्रभारी मुकेश ने बताया कि पुलिस को मंगलवार को सूचना मिली थी कि जेई दीपक की गाड़ी नहर किनारे खड़ी थी. मौके पर जांच की तो गाड़ी का एक शीशा टूटा हुआ था. तब से ही पुलिस की टीमें गठित कर दी गई थी. नहर में भी गोताखोरों के द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ था. 4 दिन के बाद दीपक का शव नहर से गोताखोरों की मदद से बरामद कर लिया गया है. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कहा जा सकता है कि यह सुसाइड, हादसा है या मर्डर. परिजनों के बयान के आधार पर आगामी कार्रवाई की जा रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.