करनाल: बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए करनाल जिला उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने आईएमए से जुड़े डॉक्टरों के साथ लघु सचिवालय में बैठक की. इस बैठक के दौरान उपायुक्त ने आईएमए को कहा कि अगले कुछ दिनों में जिले में अलार्मिंग स्थिति (अपात स्थिति) हो सकती है, ऐसे में सभी निजी अस्पतालों को बीस फीसदी बेड आरक्षित रखनी होंगी. इस बैठक में करनाल उपायुक्त ने कहा कि कोरोना काल में निजी अस्पताल की भूमिका तारीफ के काबिल है, उम्मीद है कि अब भी इसी तरह का सहयोग मिलेगा.
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'कोरोना प्रोटोकॉल फोलो नहीं कर रहे कुछ हॉस्पिटल'
इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि कुछ प्राईवेट अस्पतालों से कोविड के लिए जारी प्रोटोकॉल को फोलो ना करने की शिकायतें सुनने में आई थी, जिसमें यह भी जानकारी मिली थी कि कोविड के लक्षण वाले रोगी का सामान्य रोगियों के साथ ईलाज किया जा रहा है, जबकि उसे अलग रखा जाना चाहिए. कोविड के लक्षण दिखाई देते ही उसका ट्रीटमेंट शुरू कर देना चाहिए, क्योंकि आरटीपीसीआर टेस्ट में कई बार लक्षण के बावजूद भी नेगेटिव रिपोर्ट आ जाती है, यदि उसका सामान्य सीटी स्कैन कर लिया जाए, तो कोविड संक्रमण की असली जानकारी मिल जाती है.
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यह टीम प्राईवेट अस्पतालों में बेडो की उपलब्धता और उनकी स्थिति की जानकारी के साथ-साथ कोविड प्रोटोकॉल को भी सुनिश्चित करवाएगी. इसी प्रकार प्राईवेट अस्पतालों में रेडिसिमिवर दवा के रेट रोजाना बताने होंगे. कोताही मिलने पर एक्शन लिया जाएगा. टीम अपने भ्रमण में अस्पतालों में आईसीयू को भी देखेगी.
'पोर्टल पर देनी होगी जानकारी'
उपायुक्त ने डॉक्टरों को बताया कि केसीजीएमसी की ओर से एक पोर्टल जारी किया गया था, जिसमें रोजाना के उपलब्ध बेड और रोगियों की संख्या अपडेट की जाती है. अब प्राईवेट बड़े-बड़े अस्पताल भी इसी पोर्टल पर अपना ऑनलाईन स्टेटस देंगे, ताकी रोगी और बेडों की संख्या की जानकारी मिलती रहे.
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