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करनाल: विश्व श्रवण दिवस के उपलक्ष्य में निकाली गई साइकिल रैली - करनाल विश्व श्रवण दिवस आईएमए

करनाल में विश्व श्रवण दिवस के उपलक्ष्य में आईएमए के बैनर तले साइकिल रैली निकाली गई. रैली का मकसद लोगों को कान और सुनने की क्षमता की देखभाल को बढ़ावा देने के बारे में जागरूक करना था.

Karnal Cycle rally held on World Hearing Day
करनाल विश्व श्रवण दिवस साइकिल रैली लेटेस्ट न्यूज
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Published : Feb 28, 2021, 11:02 AM IST

करनाल: जिले में विश्व श्रवण दिवस के उपलक्ष्य में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से साइकिल रैली का आयोजन किया गया. बता दें कि इस मौके पर आईएमए के बैनर तले करनाल के तमाम डॉक्टर्स से जागरुकता साइकिल रैली निकाली.डॉक्टर्स ने बहरेपन और सुनवाई की हानि को रोकने के बारे में जागरुकता फैलाने का प्रयास किया.

ये भी पढ़ें: बंगाल इलेक्शन: अनिल विज का 'दीदी' पर निशाना, कहा- जो चुनाव में रोता है वही चुनाव भी खोता है

बता दें कि दुनिया भर में ऐसे बहुत लोग हैं जो बहरेपन के शिकार हैं. बहरेपन में या तो कम सुनाई देता है या बिल्कुल भी सुनाई नहीं देता है. आमतौर पर इसके शुरुआती लक्षणों को लोग नजरअंदाज कर देते हैं. जिस वजह से धीरे-धीरे बहरेपन की समस्या गंभीर रूप ले लेती है.

बता दें कि हमारे कान की सुनने की क्षमता 80 डेसिबल होती है. आज के मॉडर्न लाइफस्टाइल में लोग अपनी सुनने की क्षमता को ही खो बैठते हैं. क्योंकि कुछ लोग ज्यादा शोर वाले स्थानों पर काम करते हैं. जिसके चलते उनकी सुनने की क्षमता प्रभावित होती है.

ये भी पढ़ें: राकेश टिकैत पर बरसे अनिल विज, बोले- टिकैत की बात उनके नेता ही नहीं मानते

बता दें कि पूरी दुनिया में ‘विश्व श्रवण दिवस’ प्रत्येक वर्ष 3 मार्च को मनाया जाता है. इसके माध्यम से बहरेपन को कैसे रोका जाए.इसके बारे में जागरुकता बढाने के लिए प्रयास किया जाता है. हर साल, विश्व स्वास्थ्य संगठन इस दिवस की थीम तय करता है.

करनाल के डॉक्टर्स द्वारा अपने शरीर को तंदुरुस्त रखते हुए और बहरेपन को नजरअंदाज ना करने के प्रति लोगों को संदेश देते हुए एक जागरूकता साइकिल रैली निकाली गई. जिसमें साइकिल चलाकर लोगों को फिट रहने के लिए बताया गया क्योंकि मॉडर्न लाइफस्टाइल के चलते लोग अपने शरीर के वजन को बढ़ा रहे हैं. मोटापा ज्यादा होने के कारण बहरेपन की बीमारी होने का खतरा भी बढ़ रहा है.

करनाल: जिले में विश्व श्रवण दिवस के उपलक्ष्य में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से साइकिल रैली का आयोजन किया गया. बता दें कि इस मौके पर आईएमए के बैनर तले करनाल के तमाम डॉक्टर्स से जागरुकता साइकिल रैली निकाली.डॉक्टर्स ने बहरेपन और सुनवाई की हानि को रोकने के बारे में जागरुकता फैलाने का प्रयास किया.

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बता दें कि हमारे कान की सुनने की क्षमता 80 डेसिबल होती है. आज के मॉडर्न लाइफस्टाइल में लोग अपनी सुनने की क्षमता को ही खो बैठते हैं. क्योंकि कुछ लोग ज्यादा शोर वाले स्थानों पर काम करते हैं. जिसके चलते उनकी सुनने की क्षमता प्रभावित होती है.

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करनाल के डॉक्टर्स द्वारा अपने शरीर को तंदुरुस्त रखते हुए और बहरेपन को नजरअंदाज ना करने के प्रति लोगों को संदेश देते हुए एक जागरूकता साइकिल रैली निकाली गई. जिसमें साइकिल चलाकर लोगों को फिट रहने के लिए बताया गया क्योंकि मॉडर्न लाइफस्टाइल के चलते लोग अपने शरीर के वजन को बढ़ा रहे हैं. मोटापा ज्यादा होने के कारण बहरेपन की बीमारी होने का खतरा भी बढ़ रहा है.

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