करनाल: सरकारी अस्पताल का नाम सुनगर अक्सर मरीज डरते हैं. लेकिन करनाल सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने दूरबीन के जरिए घुटनों का सफल ऑपरेशन करके नई मिसाल कायम की है. हरियाणा के किसी सिविल अस्पताल में पहली बार ऐसा ऑपरेशन किया गया है. अभी तक ये ऑपरेशन बड़े-बड़े अस्पतालों में ही उपलब्ध थे. जिसका खर्च गरीब नहीं उठा सकते थे. सरकारी अस्पताल में ऐसी सुविधा मिलने से करनाल समेत प्रदेश के मरीजों को अब प्राइवेट अस्पतालों की मोटी फीस से निजात मिल सकेगी.
आधे से भी कम खर्चे पर होगा ऑपरेशन
करनाल के डिस्ट्रिक्ट सिविल अस्पताल में दूरबीन से घुटनों का ऑपरेशन किया गया. इस ऑपरेशन को एसीएल रि-कंस्ट्रक्शन भी बोलते हैं. ऑपरेशन को सफलता पूर्वक अंजाम दिया सिविल अस्पताल के हड्डी रोग विशेशज्ञ डॉक्टर सौरभ गुप्ता और डॉक्टर हिमांशु बंसल ने. डॉक्टरों की टीम ने 31 साल के रवि पाल के घुटनों का सफल ऑपरेशन किया. इस ऑपरेशन का निजी अस्पताल में खर्च 70 हजार से एक लाख रुपये तक है.
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सस्ते इलाज से मरीज भी हैं खुश
अब सिविल अस्पताल में ये सुविधा होने से मरीज महज 30 से 35 हजार रुपये में ये ऑपरेशन करा सकते हैं. पहले इसके लिए रोहतक पीजीआई या फिर चंडीगढ़ जाना पड़ता था. ऑपरेशन से ज्यादा मरीज अस्पताल की सुविधा से खुश हैं.
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'जल्द बनेगा एडवांस आर्थोपेडिक सेंटर'
वहीं सिविल अस्पताल के पीएमओ डॉक्टर पीयूष शर्मा ने उम्मीद जताई है कि इस ऑपरेशन के बाद आने वाले समय में सिविल अस्पताल में एडवांस आर्थोपेडिक सेंटर बनाया जाएगा. जहां पर स्पाइन सर्जरी, घुटने और कूल्हे का प्रत्यारोपण भी किया जा सकेगा. फिलहाल उम्मीद जताई जा रही है कि करनाल के साथ ही पूरे प्रदेश के लोगों को इस सुविधा से राहत मिलेगी.
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