करनाल: जश हत्याकांड (jash hatyakand) में शनिवार को करनाल पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. मामले की ताजा जानकारी साझा करते हुए उन्होंने कहा कि अभी तक मेडिकल बोर्ड की जो बात सामने आई है. उसके आधार पर आरोपी अंजली को अभी निगरानी में रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि फाइनल रिपोर्ट कुछ समय बाद दी जाएगी. जिसके बाद हम एक डिटेल रिपोर्ट पेश करेंगे, ताकि हमें उसके बारे में सारी जानकारी मिल सके.
करनाल पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया के मुताबिक अंजली ने पूछताछ में बताया कि जश और उसकी बहन आरोपी अंजली के घर गए हुए थे. उस समय अंजली अपना फोन देख रही थी. कुछ देर बाद जश की बहन वहां से चली गई. इस दौरान आरोपी अंजली अपने फोन पर सीआईडी सीरियल देख रही थी. उसमें एक मर्डर का सीन सामने आया. तब उसने पहले खुद को मारने की कोशिश की, लेकिन बाद में उसने अपना इरादा बदला. अंजली ने देखा कि जश फोन पर गेम खेल रहा था. तभी उसने पीछे से चार्जर की तार से उसका गला दबा दिया. एक बार जश का गला दबाया तो थोड़ा फिर ढीला छोड़ दिया, लेकिन फिर अंजली ने सोचा कि कहीं ये जाकर अपने घर ना बता दे.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जश के सिर के पास थोड़ी चोट पाई गई थी. बाकी शरीर पर कहीं भी किसी तरीके की कोई चोट नहीं है, और ना ही तांत्रिक विद्या का इसमें कोई हाथ है. वहीं मृतक जश (jash hatyakand karnal) का परिवार मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहा है. इस पूरे मामले में जांच अधिकारी ने कहा कि हमारा पूरा प्रयास होगा कि जांच निष्पक्ष हो. कुछ रिपोर्ट हमारे पास आ गई है. कुछ बाकी है. सभी रिपोर्ट आने के बाद ही जांच को आगे बढ़ाया जाएगा. फिलहाल कोर्ट ने आरोपी अंजली को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है. वहां भी उनको विशेष निगरानी में रखा जा रहा है, ताकि वो आत्महत्या जैसा कोई कदम उठा सके.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस वारदात में जिस बाबा पर शक था. उस बाबा को 5 तारीख को दोपहर 3 बजे ढूंढ लिया गया. बाबा को हिरासत में लेने को बाद पुलिस ने जश के परिजनों को थाने में बुलाया. ताकि यश के परिजन बाबा की शिनाख्त कर सकें, लेकिन बाबा का इसमें कोई रोल सामने नहीं आया. करनाल एसपी ने बताया कि अभी तक अंजली के पति विकास के शामिल होने का कोई सबूत नहीं मिला है. फिर भी जांच के लिए अंजली, अंजली के पति विकास और राजेश का फोन जांच के लिए फॉरेंसिक लैब में भेजा है. जिसकी अभी तक रिपोर्ट आनी बाकी है.
पुलिस के मुताबिक अभी तक की मिली रिपोर्ट के मुताबिक अंजली ने उस वक्त फोन पर अपने पति से चैट की थी जब जश का पोस्टमार्टम हो रहा था. तब अंजली ने चैट पर अपने पति से कहा था कि अभी जश का पोस्टमार्टम चल रहा है. अंजली ने चैट में कहा कि जश मेरे पास खेलने आया था. इसलिए मेरे फिंगरप्रिंट्स भी उसकी बॉडी पर आएंगे. तब अंजली के पति ने कहा था कि घबराने की बात नहीं. जब तुमने कुछ किया नहीं तो तुम्हारा इसमें शामिल होना नहीं पाए जाएगा और बाद में चैट अंजली ने डिलीट कर दी गई थी.
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एसपी ने बताया कि सबूत के आधार पर अभी तक घर की ही तीन महिलाएं आरोपी मिली हैं. फिर भी कुछ हमारी रिपोर्ट आनी बाकी है और उसके बाद हम सारी डिटेल बता सकते हैं, लेकिन अभी तक कि हमारी जांच में सिर्फ तीन महिलाएं ही आरोपी पाई गई हैं. जिसमें अंजली मुख्य आरोपी है. एसपी ने कहा कि अंजली की मानसिक स्थिति को लेकर जिस मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है. उसके सामने करनाल पुलिस सभी सबूत रखेगी, ताकि जो रिपोर्ट आएगी वो सही तथ्यों के आधार पर आए और बच्चे को इंसाफ मिल पाए.
तब उसने दोबारा से उसी तार से जश का गला दबाकर उस को मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद एक बैग में उसको पैक करके बेड में छिपा दिया. उसने सुबह लगभग 3 बजे राजेश (पड़ोसी) के घर की छत पर जश की डेड बॉडी को रखा. राजेश की पत्नी और मां ने जब जश की डेड बॉडी को देखा तो उन्होंने जश की डेडबॉडी को छत से पड़ोसियों के पशुओं के बने बाड़े में फेंक दिया. जिसके बाद उस घर की औरत ने देखा और पुलिस को जानकारी दी. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर सबूत इक्टठा किए. जिस तार से जश को मारा गया. उसको भी कब्जे में लिया. जिस बैग में मरने के बाद जश को डाला गया था उस बैग को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है और जांच के लिए फॉरेंसिक लैब में भेज दिया है.
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