करनाल: मानसून सीजन शुरू होने से पहले ही बाढ़ नियंत्रण प्रबंधों को लेकर करनाल उपायुक्त अनीश यादव सक्रिय हो गए हैं. उपायुक्त ने मंगलवार को करनाल में चल रहे विभिन्न कार्यों का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं. उपायुक्त ने जिले में चल रहे सभी कार्यों को 30 जून से पहले-पहले हरसंभव स्थिति में पूरा करने के निर्देश दिए हैं. बता दें कि हरियाणा बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की 54वीं बैठक में करनाल जिले में बाढ़ से बचाव प्रबंधों के लिए 12 करोड़ 87 लाख रुपये की राशि की स्वीकृति मिली है.
करनाल उपायुक्त ने अपनी अधिकारियों की टीम के साथ सबसे पहले नमस्ते चौक के नजदीक मुगल कैनाल, हैरिटेज लॉन व अंसल सिटी के पास से गुजरने वाले गंदे पानी की निकासी व साफ-सफाई के कार्य का जायजा लिया. यहां उन्होंने अधिकारियों को पोकलेन मशीनों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए. जिससे सफाई का कार्य जल्द पूरा हो सके. इसके बाद उपायुक्त करनाल-मेरठ रोड पर सिंचाई विभाग की मैकेनिकल वर्कशॉप पहुंचे.
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एक्सईएन नीरज भारद्वाज ने बताया कि इस समय वर्कशॉप में 111 पंप हैं. इनमें 66 बिजली चालित और 45 डीजल से चलने वाले पंप हैं. इनकी रिपेयर का काम 20 जून तक पूरा होने की उम्मीद है. इनकी रिपेयरिंग पूरी होने के बाद इन्हें करनाल में पानी निकासी के लिए लगाया जाएगा. कुछ पंप असंध और पंचायतों को भी दिए जाएंगे. उपायुक्त ने कहा कि बिजली से चलने वाले पंपों के कनेक्शन अभी से अप्लाई कर दें.
उपायुक्त ने यमुना नदी पर लालूपुरा कॉम्प्लेक्स के कार्य का निरीक्षण किया. सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता नवतेज सिंह ने बताया कि इस कॉम्प्लेक्स में 2 नए स्टड बनाए जाएंगे तथा पुराने स्टड की मरम्मत की जाएगी. इसके साथ ही यहां 1404 फुट की प्रोटेक्शन वॉल बनाई जा रही है. यमुना में पत्थर लगाने का काम 100 फुट आगे तक किया जाएगा. जिससे मिट्टी का कटाव नहीं होगा और यह एक मजबूत बांध का रूप ले लेगा.
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सिंचाई विभाग के एसई ने बताया कि इस कार्य पर 2 करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी. इसके पश्चात उपायुक्त ने यमुना पर कुंडा कलां प्रोजेक्ट का भी निरीक्षण किया. कार्यकारी अभियंता ने बताया कि यहां मौजूद 4 पुराने स्टडों की मरम्मत की जा रही है. यहां 1 करोड़ 55 लाख रुपये की लागत से 176 फुट लंबी नई प्रोटेक्शन वॉल व 152 फुट पुरानी प्रोटेक्शन वॉल की मरम्मत का कार्य किया जाएगा. इसी प्रकार ढाकवाला कॉम्प्लेक्स में 1 करोड़ 40 लाख रुपये की लागत से 1380 फुट प्रोटेक्शन वॉल बनाई जा रही है.