करनाल: हरियाणा के करनाल की एक ऐसी शख्सियत जो आज हर हिंदुस्तानी के दिल में सुरमयी अंदाज में राज करते है. जिसको सुनने के लिए लाखों दीवाने बेताब रहते हैं. जिन्हें शौक था लिखने का और वो शौक उन्हें ले गया मुंबई की चकाचौंथ में जहां उन्होंने अपने सपनों की उड़ान भरनी शुरू कर दी. जी हां, हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड के मशहूर गीतकार और पहली हरियाणवी गजल लिखने वाले डॉ. देवेंद्र काफिर (devender kafir karnal) की. ये एक ऐसा नाम है जो ना सिर्फ संगीत की दुनिया में बल्कि टीवी सियरल से लेकर फिल्मों में भी उभर कर सामने आया.
जानिए कौन है डॉ. देवेंद्र काफिर- हो सकता है कि कुछ लोग देवेंद्र काफिर के नाम से परिचीत ना हो. तो हम आपको बता देते हैं कि भले ही उनके नाम को आप ना जानते हो लेकिन उनके लिखे गए गानों के बोल से आप जान जाएंगे की डॉक्टर देवेंद्र काफिर आखिर है कौन. देवेंद्र काफिर ने मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा की मूवी फिरंगी के 4 गाने लिखे गए हैं. अभी की बात करें तो हाल ही में काफिर की एक एल्बम भी रिलिज हुई है जिसका नाम है चांद इस एल्बम में लखविंदर वडाली के लिए उन्होंने गीत लिखे हैं. जिसमे फैन की लिस्ट काफी लंबी हो गई है.
ये वो शख्स हैं जो जल्द ही धर्मा प्रोडक्शन की मेगा फ़िल्म योद्धा में (Devendra Kafir in dharma production yodha movie) सुनाई देंगे. करनाल के मशहूर गीतकार देवेंद्र काफिर के लिखे गीत हिट लिस्ट में छाए रहते हैं जो लोगों के दिलों पर राज करते हैं. ख़ुशी, गम, उत्साह या शांत मन हर परिस्थिति में लोगों के दिलों में संगीत का गहरा स्थान होता है. गायन की कला को मूर्त रुप देने का काम गीतकार करते हैं. लिखित गानों को गायक अपनी आवाज़ के सुरो में पिरोकर सुंदर गीत को अमर कर देते हैं.
काफिर के गानों को मशहूर गायकों ने दी आवाज- काफिर पेशे से डॉक्टर रहे और बाद में गीतकार बने करनाल के मशहूर लेखक डॉक्टर देवेंद्र काफिर पिछले 15 सालों से अपने जादुई गीतों से बॉलीवुड में करनाल का डंका बजा रहे हैं. उनके लिखे गीतों को बॉलीवुड के मशहूर और नामी सिंगर शान और लखविंदर वडाली, अरिजीत सिंह और कैलाश खेर जैसे अनेक बड़े और नामचीन गायकों ने अपनी आवाज दी है. उनका मानना है कि संगीत भी किसी दवा से कम नहीं है और जब गीतकार डॉ. देवेंद्र काफिर जैसा हो तो फिर भला किसी और दवा की क्या जरूरत.
गजल से गीतों का सफर- गीत और संगीत आत्मा की खुराक है, जब तक दुनिया है गीत और संगीत हमारे तन-मन में हिलोरे लेता रहेगा. बॉलीवुड के उम्दा गीतकारों में एक डॉ. देवेंद्र काफिर ने अपने अब तक के जीवन के बारे में बताया कि उन्होंने 15 साल पहले गजलों से गीतों का यह सफर शुरू किया था. मुशायरों में जाकर मुशायरे पढ़ने शुरू किए, फिर सोचा कि चलो एक बार बॉलीवुड में भी किस्मत आजमा कर देख लिया जाए.
पाकिस्तानी टीवी सीरियल से शुरुआत- बस फिर क्या था बैग में सामान डाला और चले गए मायानगरी की दुनिया मुंबई में. उन्होंने बताया कि शुरुआत में उन्होंने कई एल्बम की जिनमें भक्ति गीतों की हिंदी और पंजाबी दोनों की जुगलबंदी रही. फिल्मों में गीत लिखने से पहले उन्होंने करियर की शुरुआत सीरियल से की. पहला टाइटल सॉन्ग उन्होंने पाकिस्तानी ख्वाहिश सीरियल (pakistani khwaish serial) के लिए लिखा था. इसके बाद NDTV पर आने वाले बंदिनी और कितनी मोहब्बत है जैसे बड़े टीवी सीरियल के लिए उन्होंने टाइटल गीत लिखे.
पवित्र रिश्ता टीवी सीरियल का टाइटल सॉन्ग- जी टीवी पर आने वाले मशहूर टीवी सीरियल पवित्र रिश्ता को तो आप नहीं भूले होंगे उस सीरियल में भी टाइटल सॉन्ग लिखने वाले डॉ. देवेंद्र काफिर ही हैं. जी हां, इसी के साथ उन्होंने तेरे नाम टाइटल और शोभा सोमनाथ के लिखे सीरियल के लिए उन्हें आईटा अवॉर्ड से भी नवाजा गया है. इसी तरह से 30 से अधिकर सीरियल में अब तक वो अपने मधुर गीतों का जलवा बिखेर चुके हैं.
Dharma Production के लिए लिखे टाइटल सॉन्ग- इतना ही नहीं काफिर ने धर्मा प्रोडक्शन के लिए भी कई फिल्मों में टाइटल सॉन्ग और सॉन्ग लिखे हैं. मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा की फिरंगी फिल्म के 4 गाने भी देवेंद्र काफिर द्वारा लिखे गए हैं. अभी हाल में उनकी लेटेस्ट एल्बम चांद रिलीज हुई है जिसमे लखविंदर वडाली के लिए उन्होंने गीत लिखे हैं.
ज्यादा नहीं अच्छे सॉन्ग लिखने की चाहत- डॉ. देवेंद्र काफिर ने कहा कि बस गाने लिखना चाहता हूं और अच्छे गाने लिखने की तमन्ना मेरे मन में है. बातचीत में उन्होंने कहा कि ज्यादा गाने नहीं बल्कि अच्छे गाने लिखना चाहता हूं. फिल्मों और एल्बम्स में आजकल दिखाई जाने वाली अश्लीलता और ड्रग और गन कल्चर पर काफिर ने कहा कि यह एक फैशन की तरह है जो आता है और चला जाता है. यह स्थाई नहीं होता ना ही इस तरह के गीत संगीत को हम लोग परिवार के साथ सुनना चाहते हैं.
हरियाणवी संस्कृति को आगे ले जाना है- काफिर ने कहा कि लोक कला से और संस्कृति से जुड़े कर्णप्रिय गीत संगीत हमेशा रहते हैं. हरियाणवी संस्कृति का उभार फिल्मों और गीतों में देखने को मिल रहा है. अभी यह और आगे जाएगा. काफी युवा अच्छे गाने और संगीत दे रहे हैं. जो काफी मशहूर हुए हैं. उन्होंने कहा कि अगर मुझे मौका मिला तो मैं भी इस परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए काम करुंगा. मेरी इच्छा है कि हरियाणा में गीत संगीत और फिल्म आगे बढ़े और इसका विकास हो.
लोगों को हरियाणवी बोली पसंद- काफिर कहा कि आज से पहले हरियाणवी बोली और संस्कृति को बाहर अक्खड़ टाइप का माना जाता था. जो अब धीरे धीरे बदल रहा है. लोगों को हरियाणवी बोली और हरियाणवी संस्कृति पसंद आ रहे हैं. यही कारण है कि आज बॉलीवुड में हरियाणा और हरियाणवी बोली की छाप काफी दिखाई दे रही है.
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युवाओं को बॉलीवुड जाने का सुझाव- देवेंद्र काफिर ने कहा कि यह अच्छी बात है कि युवा लोग बॉलीवुड की तरफ जा रहे हैं लेकिन मेरा उनको यह सुझाव है कि वह जब भी अपना कैरियर बनाने के लिए बॉलीवुड की तरफ जाएं. तो पूरी तैयारी के साथ-साथ जाए ना कि केवल देख सुनकर. क्योंकि अगर आधी-अधूरी तैयारी और मन के साथ जाएंगे तो वहां काफी संघर्ष करना पड़ेगा और समय भी खराब होगा.
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कोरोना की वजह से रुकी कई फिल्में- वहीं आप को बता दे कि इस हरियाणवीं कलाकार की कोरोना के वजह से कुछ फिल्में रुकी हुई थी. जो अब आ रही हैं इनमें धर्मा प्रोडक्शन की एक मूवी योद्धा आ रही है जिसमें सिद्धार्थ मल्होत्रा हीरो है और दिशा पाटनी हीरोइन है. इसमें इनका गाना है. यह फिल्म जुलाई 2023 में रिलीज होने की संभावना है.
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