करनाल: हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रधान जगदीश सिंह झिंडा ने कहा है कि अब हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (Haryana Gurdwara Management Committee) का कोई प्रधान नहीं है. जो अपने आप को कमेटी का प्रधान कह रहे हैं, वो गलत है. उन्होंने कहा कि हरियाणा में नई कमेटी गठित की जाएगी. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी इसका ऐलान कर दिया है कि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के लिए 41 सदस्यीय कमेटी बनाई जाएगी.
उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी 41 सदस्यीय कमेटी गठित की थी, अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी निर्णय दे दिया है. उन्होंने कहा कि अब सीएम हरियाणा से कौन से 41 सदस्यीय कमेटी चुनते हैं, इसका पता तो बाद में चलेगा, लेकिन इतना है कि जिस वक्त पूर्व सीएम हुड्डा ने 41 सदस्यीय कमेटी बनाई थी, उस समय मुझे कमेटी का प्रधान चुना गया था. मैं 6 साल तक प्रधान के तौर पर सेवा करता रहा.
उन्होंने कहा कि मुझसे किसी ने त्यागपत्र नहीं मांगा था, स्वयं दिया था, क्योंकि मेरी तबीयत काफी खराब थी. काम काज प्रभावित ना हो. इसे देखते हुए कमेटी प्रधान के लिए चुनाव हुए थे. उन चुनावों में बलजीत सिंह दादुवाल चुने गए थे, तब से लेकर वो अब तक प्रधान बने हुए हैं, जबकि उनका कार्यकाल 18 महीने का था, जो काफी समय से खत्म हो चुका है. उन्होंने कहा कि अब कमेटी का कोई प्रधान नहीं है. नई कमेटी बनेंगी. जिसके बाद प्रधान का फैसला होगा.
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जगदीश सिंह झिंडा ने दादुवाल को चेतावनी (jagdish singh jhinda on baljit singh daduwal) देते हुए कहा कि गुरुद्वारा में तानाशाही नहीं चलेगी. अगर दम है तो चुनाव करवाकर देख लें, चाहे सिरसा से, करनाल से या फिर पूरे हरियाणा से. उसे पता चल जाएगा कि सही मायनों में कौन सही (Jagdish Singh Jhinda on head post controversy) है. उन्होंने बलजीत सिंह दादुवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये व्यक्ति कौम के लिए खतरनाक है.