करनाल: जिले में रोजाना गेहूं की फसल में आग लगने के मामले सामने आ रहे हैं. अब तक लगभग 200 एकड़ गेहूं की फसल जलकर राख हो चुकी है और किसानों का सीधा आरोप है कि फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बहुत लेट पहुंचती है जिससे किसानों को नुकसान ज्यादा होता है.
मंगलवार दोपहर बाद करनाल के नीलोखेड़ी क्षेत्र के गांव बडथल, सिद्धपुर ख्वाजा और अहमदपुर गांव क्षेत्र में अचानक से आग लग गई. आग करीब 150 एकड़ में फैली गेहूं के खेत में लगी. किसानों ने कहा कि लगभग 100 एकड़ खड़ी गेहूं जलकर राख हुई है, जबकि लगभग 50 एकड़ कटे हुए गेहूं के फानों में आग लग गई, जिससे उन्हें लाखों रुपये का नुकसान हुआ है.
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किसान संजीव ने कहा है कि सभी किसानों ने अपनी फसल का बीमा करवाया है, लेकिन सरकार और जिला कृषि विभाग बीमा योजना में आगजनी की घटना को शामिल नहीं करते हैं. उसका मुआवजा फसल बीमा योजना में नही दिया जाता, इसलिए सरकार को चाहिए कि फसल बीमा योजना में जो किसानों को उनकी फसल खराब होने का मुआवजा दिया जाता है, उसमेंफसल में आग लगने का मुआवजा भी शामिल किया जाए.