ETV Bharat / state

हरियाणा में सूखे चारे की किल्लत से किसान परेशान, तीन गुना बढ़े सूखे चारे के दाम - haryana news in hindi

प्रदेश में साल की शुरूआत में हुई बारिश से किसानों की फसलें बुरी तरह से प्रभावित हो गई थी. जिसके चलते हरा चारा भी खराब हो गया और अब किसानों के सामने सूखे चारे की किल्लत (dry fodder shortage in Haryana) आ गई है. प्रदेश में सूखे चारे के भाव 3 गुना तक बढ़ गए है.

dry fodder shortage in Haryana
dry fodder shortage in Haryana
author img

By

Published : Feb 17, 2022, 7:20 PM IST

करनाल: 2022 के शुरूआत से ही प्रदेश में जमकर बारिश हो रही है. ऐसे में बारिश किसानों के लिए दोहरी मार साबित होती नजर आ रही है. जहां एक तरफ बारिश के कारण किसानों की फसलें नष्ट हो गई थी. वहीं अब किसानों के सामने सूखे चारे की किल्लत भी खड़ी हो (dry fodder shortage in Haryana) रही है. जिसके चलते प्रदेश में सूखे चारे के दाम 3 गुना तक बढ़ गए है. ऐसे में किसान मजबूरी में पशुओं को बेकार सूखा चारा खिलाने को मजबूर है.

पशुपालक विनोद कुमार ने कहा कि बरसात होने के कारण उनका हरा चारा काफी खराब हो चुका है. वहीं सूखा चारा भी लगभग 70 फीसदी तक खराब हो चुका है. इससे उनके सामने सूखे चारे की किल्लत खड़ी हो गई है. विनोद ने बताया कि सूखे चारे के बिना पशुओं को हरा चारा नहीं डाल सकते, तो ऐसे में पशुओं को बेकार सूखा चारा डालने पर मजबूर हो रहे है. सूखे चारे की पूर्ति करने के लिए पशुपालकों को दूसरे राज्यों से मंगाना पड़ रहा है, जो उनको 3 गुना ज्यादा भाव में मिल रहा है और ट्रांसपोर्ट का खर्चा भी वहन करना पड़ रहा है.

dry fodder shortage in Haryana
पशुओं को बेकरा सूखा चारा खिलाने को किसान मजबूर

ये भी पढ़ें- पंचकूला में इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड कर्मचारियों का प्रदर्शन, एक दिवसीय हड़ताल की चेतावनी

वहीं जसवंत कुमार ने कहा कि जो सूखा चारा पिछले साल तीन सौ रूपये से लेकर 4 सौ रूपये प्रति क्विंटल में बिक रहा था, अब वह एक हजार रुपये से डेढ़ हजार रुपये प्रति क्विंटल तक बिक रहा है. ऐसे में पशुपालकों के सामने एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई है, क्योंकि पशुओं के लिए सूखा चारा बेहद जरूरी है. बता दें कि इस बरसात से जहां किसानों की लगभग 40 से 50 फीसदी फसल खराब हो चुकी है, वहीं सूखे चारे की किल्लत से उन पर दोगुनी मार पड़ी हुई है.

हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP

करनाल: 2022 के शुरूआत से ही प्रदेश में जमकर बारिश हो रही है. ऐसे में बारिश किसानों के लिए दोहरी मार साबित होती नजर आ रही है. जहां एक तरफ बारिश के कारण किसानों की फसलें नष्ट हो गई थी. वहीं अब किसानों के सामने सूखे चारे की किल्लत भी खड़ी हो (dry fodder shortage in Haryana) रही है. जिसके चलते प्रदेश में सूखे चारे के दाम 3 गुना तक बढ़ गए है. ऐसे में किसान मजबूरी में पशुओं को बेकार सूखा चारा खिलाने को मजबूर है.

पशुपालक विनोद कुमार ने कहा कि बरसात होने के कारण उनका हरा चारा काफी खराब हो चुका है. वहीं सूखा चारा भी लगभग 70 फीसदी तक खराब हो चुका है. इससे उनके सामने सूखे चारे की किल्लत खड़ी हो गई है. विनोद ने बताया कि सूखे चारे के बिना पशुओं को हरा चारा नहीं डाल सकते, तो ऐसे में पशुओं को बेकार सूखा चारा डालने पर मजबूर हो रहे है. सूखे चारे की पूर्ति करने के लिए पशुपालकों को दूसरे राज्यों से मंगाना पड़ रहा है, जो उनको 3 गुना ज्यादा भाव में मिल रहा है और ट्रांसपोर्ट का खर्चा भी वहन करना पड़ रहा है.

dry fodder shortage in Haryana
पशुओं को बेकरा सूखा चारा खिलाने को किसान मजबूर

ये भी पढ़ें- पंचकूला में इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड कर्मचारियों का प्रदर्शन, एक दिवसीय हड़ताल की चेतावनी

वहीं जसवंत कुमार ने कहा कि जो सूखा चारा पिछले साल तीन सौ रूपये से लेकर 4 सौ रूपये प्रति क्विंटल में बिक रहा था, अब वह एक हजार रुपये से डेढ़ हजार रुपये प्रति क्विंटल तक बिक रहा है. ऐसे में पशुपालकों के सामने एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई है, क्योंकि पशुओं के लिए सूखा चारा बेहद जरूरी है. बता दें कि इस बरसात से जहां किसानों की लगभग 40 से 50 फीसदी फसल खराब हो चुकी है, वहीं सूखे चारे की किल्लत से उन पर दोगुनी मार पड़ी हुई है.

हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.