करनाल: हरियाणा में एक अक्टूबर से धान खरीद नहीं होने पर गुस्सा किसानों की भीड़ करनाल स्थित मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निवास (Farmers Protest Cm Manohar Lal) स्थान पहुंच गई है. हालांकि पुलिस की तरफ से किसानों को रोकने के लिए व्यापक प्रबन्ध किये गए हैं, लेकिन प्रदर्शनकारी किसानों ने पुलिस वेरिगेटिंग को तोड़ दिया. बेकाबू हालात को देखते हुए पुलिस की तरफ से किसानों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा. इसके बावजूद किसान सीएम निवास का घेराव करने में कामयाब रहे.
किसान फिलहाल मुख्यमंत्री के निवास के ठीक बिल्कुल बाहर दरियां बिछाकर बैठ गए हैं. किसानों के लिए लंगर की व्यवस्था भी हो चुकी है. किसान सरकार के खिलाफ जमकर रोष प्रदर्शन करते हुए नजर आ रहे हैं. किसान नेता जगदीप औलख ने बताया कि धान की खरीद ना होने को लेकर आज किसानों द्वारा मुख्यमंत्री के निवास का घेराव किया गया है. धान की भरी ट्रालियों को भी यहीं पर खड़ा कर दिया गया है. उनका कहना है कि सरकार किसानों के साथ नाइंसाफी कर रही है.
किसान नेता जगदीप औलख का कहना है कि पीएम कहते हैं कि किसान अपनी फसल कहीं भी बेच सकता है. इसलिए आज हम अपनी फसल को बेचने के लिए खट्टर के निवास स्थान पर आए हैं. अगर इसके वावजूद सरकार ने खरीद को शुरू नहीं किया तो अगली रणनीति किसान मोर्चा तैयार करेगा.
वहीं मजदूर किसान नेता राजिंद्र आर्य ने कहा कि सरकार जब तक धान खरीद का सर्कुलर जारी नहीं करती तब तक हम यहां से उठने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि हरियाणा और पंजाब के किसान आंदोलन में सक्रिय है, केंद्र की सरकार उनसे बदला लेने के लिए हरियाणा के किसानों के खरीद का कोटा दूसरे राज्यों में दे रही है. राजिंद्र आर्य ने कहा कि जैसे कोरोना का टीका भी पहले उन्ही राज्यों में लगाया गया जहां चुनाव थे. उन्होंने कहा कि प्राइवेट व कॉरपोरेट सेक्टर वाले सरकार से मिली भगत करके किसानों की फसल को ओने पोन दामों में लूट रही है. किसानों के साथ घोर अनर्थ हो रहा है.
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