करनाल: किसानों का फतेह मार्च (farmers Fateh march) धीरे-धीरे अमृतसर की ओर बढ़ता जा रहा है. सिंघु बॉर्डर से रवाना होकर फतेह मार्च शनिवार रात में करनाल के डेरा कार सेवा में रूका था. जिसके बाद रविवार को ये मार्च यहां से रवाना होकर अमृतसर के लिए निकल पड़ा है. ये मार्च 15 दिसंबर को अमृतसर पहुंचेगा. गुरु गोविंद सिंह की लाडली फौज के निहंग सिंह जत्थे में शामिल होकर चल रहे हैं. साथ ही भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी फतेह मार्च का नेतृत्व करते हुए जत्थे को आगे बढ़ा रहे हैं.
किसान नेता गुरनाम सिंह ने कहा कि किसानों की पेंडिंग मांगों पर 15 दिसंबर को संयुक्त किसान मार्चा की बैठक में चर्चा की जाएगी. साथ ही पंजाब में चुनाव के दौरान अपने प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी बताई. उन्होंने कहा कि 380 दिन धरने पर बैठने के बाद सबसे हठी प्रधानमंत्री जनता के आगे झुका है. इसीलिए कल से फतेह मार्च शुरू किया गया है, जो 15 दिसंबर को अमृतसर में श्री हरमिंदर साहब जाएंगे. साथ ही चढूनी ने इस जीत का श्रेय आंदोलन के दौरान शहीद हुए 750 किसानों, बुजुर्ग, और सड़कों पर बैठे हुए बच्चों को दिया.
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चढूनी ने कहा कि 15 दिसंबर को फिर से संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक है. इस बैठक में लंबित मांगों पर चर्चा की जाएगी. यदि सरकार कहीं भी गड़बड़ करती है, तो आंदोलन दोबारा से शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पंजाब में हम मिशन पंजाब चला रहे हैं. वहां पर अपने लोगों को चुनाव लडवाएंगे.
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