करनाल: खेती में मौजूदा समय में किसान परंपरागत खेती को छोड़कर नए-नए प्रयोग कर रहे हैं. खेती में नए-नए प्रयोगों के साथ-साथ किसानों का लाखों में मुनाफा हो रहा है. ऐसे ही करनाल के घरौंडा के युवा किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती (dragon fruit farming in haryana) कर सालाना लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं. युवा किसान कुलदीप ने साउथ अफ्रीका से ड्रैगन फ्रूट लाकर इस खेती की शुरूआत की. इस खेती से एक बार निवेश के बाद पारंपरिक खेती के मुकाबले लगभग 25 वर्षों तक आमदनी हो सकती है.
कुलदीप ने (karnal dragon fruit Farmer Kuldeep) बताया कि वह साउथ अफ्रीका में रहते थे और वहीं जॉब करते थे. वहां पर कुलदीप ने कुछ अलग तरीके से खेती करने की सोची और यूट्यूब पर ड्रैगन फ्रूट की खेती देखी. बता दें कि साउथ अफ्रीका में काफी मात्रा में ड्रैगन फ्रूट की खेती की जाती है. उसके बाद कुलदीप ने साउथ अफ्रीका के कई ड्रैगन फ्रूट फार्म का निरीक्षण किया और वहां से सीखने के बाद वह ड्रैगन फ्रूट लेकर साउथ अफ्रीका से हरियाणा आ गए.
कुलदीप ने 2018 में आधे एकड़ में ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू कर दी. जिसमें लगभग दो से ढाई लाख रुपये का खर्चा आया. कुलदीप के अनुसार अगर कोई किसान अभी ड्रैगन फ्रूट की खेती (dragon fruit farming in Karnal) करना चाहे तो 1 एकड़ पर लगभग 5 से 6 लाख रुपये का खर्च आएगा. इसके साथ ही किसान इसकी खेती से सालाना 10 लाख रुपये तक का मुनाफा कमा सकता है.
ड्रैगन फ्रूट का दाम
किसान कुलदीप ने बताया कि ये एक ऐसी फसल है जिसको एक बार लगाने से 25 वर्षों तक दोबारा लगाने की आवश्यकता नहीं होती है. वह लगातार 25 वर्षों तक किसान को रोजगार व पैसे देने का काम करती है. कुलदीप ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट एक प्रकार की कैक्टस बेल है. जिसके एक पौधे से 14 महीने बाद फल प्राप्त होते हैं. जो 300 से 500 ग्राम वजन के होते हैं. इन फलों की सीजन में 200 रुपये से 400 रुपये प्रति किलो की कीमत मिल जाती है.
ये भी पढ़ें- मशरूम की खेती से हरियाणा के किसान ने खड़ी की लाखों की कंपनी, बाकी किसानों की भी कर रहा मदद
ड्रैगन फ्रूट की खेती कैसे करें
ड्रैगन फ्रूट (Dragon Fruit) की खेती के बारे में कुलदीप ने बताया कि इसके पौधों को सीमेंट के खंबे का सहारा देना पड़ता है. उन्होंने कहा कि इसमें कम पानी की आवश्यकता होती है और अन्य कई तरह की बीमारियां, कीड़े लगने का भी जोखिम नहीं रहता. तापमान में अधिकता की वजह से कई बार इसमें फंगस की बामारी हो जाती है जिसका समय रहते छिड़काव करना चाहिए. इसकी खेती में ड्रिप विधि से सिंचाई दी जाती है. जिसके चलते पानी की भी बचत होती है.
गुलाबी रंग का स्वादिष्ट फल ड्रैगन फ्रूट सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है. इसमें काफी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट के गुण मौजूद होते हैं. इसके अलावा विटामिन सी, प्रोटीन और कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. इसका फल कोलस्ट्रोल कंट्रोल कोशिकाओं और हृदय की सुरक्षा के साथ फाइबर से भरपूर होता है. इस फल का प्रयोग कई प्रकार की बीमारियों में लाभदायक माना जाता है. कुलदीप ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट की फसल कम तापमान जैसे कि 3 डिग्री से कम और 30 से 35 डिग्री से ऊपर के तापमान में हरियाणा की धरती पर नहीं होता था, लेकिन उन्होंने एक सफल प्रयास किया और अभी ये 45-46 डिग्री में भी काफी अच्छे से फल फूल रहा है.
ये भी पढ़ें- डेढ़ लाख की नौकरी छोड़ अपने छोटे खेत में शुरू किया ये बिजनेस, सालाना 32 लाख की कमाई
उन्होंने बताया कि जब तापमान बहुत कम हो और बहुत ज्यादा हो उस समय इनकी ज्यादा देखभाल करनी पड़ती है. क्योंकि उस समय फंगस लगने का खतरा बना रहता है. अगर किसान उस समय ज्यादा देखभाल कर लेता जाती है तो ड्रैगन फ्रूट की खेती से अच्छी इनकम कमाई जा सकती है. कुलदीप ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट की 3 किस्में होती हैं. जिनमें से उन्होंने दो किस्म अपने फार्म पर लगा रखी है. उन्होंने विदेशी किस्म के साथ देसी किस्म भी लगाई है, लेकिन विदेशी किस्म से बड़ा फल मिल रहा है. जिसकी गुणवत्ता काफी अच्छी है. इसमें उन्होंने रेड और व्हाइट दो किस्में अपने फार्म पर लगा रखी हैं. कुलदीप अब खुद की नर्सरी भी तैयार कर रहे हैं और किसानों को मुहैया करा रहे हैं.
कुलदीप ने बताया कि वह हरियाणा के एकमात्र पहले किसान हैं. जिन्होंने ड्रैगन फ्रूट की खेती हरियाणा में शुरू की. साथ ही हरियाणा के वातावरण में आधा एकड़ में इसका प्रयोग कर सफलता प्राप्त की. जिसे कुलदीप ने बाद में बढ़ाकर डेढ़ एकड़ में ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू कर दी. कुलदीप की तरह अन्य किसान भी परंपरागत खेती से हटकर आधुनिक खेती के माध्यम से लाखों रुपयों का मुनाफा कमा सकते हैं.
हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv bharat App