करनाल: हरियाणा शिक्षा बोर्ड के परिणाम में इस बार इजाफा होने की उम्मीद है. जिला प्रशासन हरियाणा बोर्ड की परीक्षाओं के परिणाम में सुधार लाने की कवायद शुरू कर रहा है. उसी के चलते करनाल से मंगलसेन सभागार में शिक्षा विभाग पंचकूला से अधिकारियों ने आयोजित बैठक में जिले के सभी स्कूलों के मुखियाओं को संबोधित किया.
केंद्र सरकार राज्य सरकार की शिक्षा पॉलिसी के तहत शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए राज्य सरकार ने अपने कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं. पिछले दिनों शिक्षा विभाग हरियाणा के द्वारा कुरुक्षेत्र में सीधे संवाद के जरिए सभी शिक्षा अधिकारियों वो लोग प्रसन्न में सियानी 25% से भी कम परिणाम वाले स्कूलों के प्रमुखों के साथ संपर्क स्थापित किया गया था .और उन्हें ये आदेश दिए गए थे कि वह अपने स्कूल के परिणामों में कम से कम 20% वृद्धि जरूर करें.
शिक्षा विभाग के अधिकारियों किया गया संबोधित
इसी क्रम में शिक्षा विभाग द्वारा प्रमुखों को एक निश्चित लक्ष्य दिया गया है. इसको पूरा करने के लिए योजना बनाई गई है. उसी के चलते आज करनाल जिला प्रशासन द्वारा करनाल स्थित मंगलसेन सभागार में जिले के सभी विद्यालयों के मुख्य के साथ बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें हरियाणा पंचकूला से आए शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने भी बैठक को संबोधित किया.
'पैरंट्स टीचर्स मीट में नही आते पैरंट्स'
वही करनाल उपायुक्त निशांत यादव ने बताया कि जिले में 25% से भी कम परिणाम वाले स्कूलों की जानकारी लेने के बाद सामने आया है कि उन स्कूलों में बच्चों की हाजिरी बहुत ही कम है. दूसरा पैरंट्स टीचर्स मीट में बच्चों के माता-पिता नहीं आते हैं. उपायुक्त ने कहा स्कूलों को निर्देश दे दिए गए हैं कि अध्यापक बच्चों के माता-पिता का संपर्क सूत्र अपने पास रखें और उन तक बच्चे की जानकारी पहुंच जाएं और इसके साथ गांव के सरपंच और जनप्रतिनिधियों को भी इस कार्य में शामिल करें. हर हाल में बच्चों की स्कूल में हाजिरी बढ़ाना जरूरी है.
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