ETV Bharat / state

प्रदूषण की सफेद चादर में ढका करनाल, मरीजों की संख्या में तीन गुना इजाफा - haryana news

करनाल में हवा का स्तर बेहद खराब है. यहां प्रदूषण खतरनाक स्तर के पार पहुंच चुका है. जिसकी वजह से लोगों को घर से बाहर निकलने में काफी परेशानी हो रही है. लोगों की आंखों में जलन की शिकायत भी सामने आ रही है.

dangerous level pollution in karnal
author img

By

Published : Nov 4, 2019, 3:29 PM IST

करनाल: इन दिनों हरियाणा के कई जिले प्रदूषण की चादर की चपेट में हैं. पहले दिवाली अब पराली ने दिल्ली एनसीआर समेत हरियाणा के वातावरण को बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंचा दिया है.

करनाल में प्रदूषण का स्तर बड़ा

प्रदूषण के इस दौर में मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. करनाल में हवा का स्तर बेहद खराब है. यहां प्रदूषण की खतरनाक स्तर के कारण लोगों को घर से बाहर निकलने में काफी परेशानी हो रही है. हवा में नमी के कारण यह प्रदूषण का धुंआ वायुमंडल के निचले स्तर में ही रह जाता है.

प्रदूषण की सफेद चादर में ढका करनाल, देखें वीडियो

आंखों और नाक में जलन की शिकायत में बढ़ोतरी

किसानों द्वारा जलाया जा रही पराली के धूएं से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. डॉक्टर कमल चराया का कहना है कि दमा और श्वांस के मरीजों को सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही है. इसके साथ ही आंखों और नाक में जलन की शिकायत भी सामने आ रही है. पराली और पटाखों से सल्फर डाई ऑक्साइड ,कार्बन डाई ऑक्साइड नाइट्रोजन के साथ अधजले कार्बन के कण निकले. अभी तक बरसात होने की कोई भी संभावना नहीं दिख रही है.

पिछले साल की तुलना में कम जली पराली

करनाल जिले में पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए कृषि विभाग काम कर रहा है. पिछले साल की तुलना में इस बार पराली कम जली है. लेकिन इसके बावजूद प्रदूषण का स्तर ज्यों का त्यों बना हुआ है. आपको बता दें कि कृषि विभाग ने किसानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए 2500 रुपये के हिसाब से जुर्माना किया है. जो किसान जुर्माने का भुगतान नहीं करेंगे उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा.

करनाल: इन दिनों हरियाणा के कई जिले प्रदूषण की चादर की चपेट में हैं. पहले दिवाली अब पराली ने दिल्ली एनसीआर समेत हरियाणा के वातावरण को बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंचा दिया है.

करनाल में प्रदूषण का स्तर बड़ा

प्रदूषण के इस दौर में मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. करनाल में हवा का स्तर बेहद खराब है. यहां प्रदूषण की खतरनाक स्तर के कारण लोगों को घर से बाहर निकलने में काफी परेशानी हो रही है. हवा में नमी के कारण यह प्रदूषण का धुंआ वायुमंडल के निचले स्तर में ही रह जाता है.

प्रदूषण की सफेद चादर में ढका करनाल, देखें वीडियो

आंखों और नाक में जलन की शिकायत में बढ़ोतरी

किसानों द्वारा जलाया जा रही पराली के धूएं से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. डॉक्टर कमल चराया का कहना है कि दमा और श्वांस के मरीजों को सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही है. इसके साथ ही आंखों और नाक में जलन की शिकायत भी सामने आ रही है. पराली और पटाखों से सल्फर डाई ऑक्साइड ,कार्बन डाई ऑक्साइड नाइट्रोजन के साथ अधजले कार्बन के कण निकले. अभी तक बरसात होने की कोई भी संभावना नहीं दिख रही है.

पिछले साल की तुलना में कम जली पराली

करनाल जिले में पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए कृषि विभाग काम कर रहा है. पिछले साल की तुलना में इस बार पराली कम जली है. लेकिन इसके बावजूद प्रदूषण का स्तर ज्यों का त्यों बना हुआ है. आपको बता दें कि कृषि विभाग ने किसानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए 2500 रुपये के हिसाब से जुर्माना किया है. जो किसान जुर्माने का भुगतान नहीं करेंगे उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा.

Intro:पराली जलने के साथ ही दीपावली पर हुई आतिशबाजी का असर अभी भी साफ तौर पर दिखने को मिल रहा है आसमान पर , प्रदूषण का स्तर बढ़ जाने से सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पद रही  है दमा व् श्वांस के मरीजों को । Body:करनाल हवा में प्रदूषण ,आसमान में स्मॉग दमा व् श्वांस के मरीजों को सास लेने में हो रही दिक्क्त ,इसके साथ ही आँखो व् नाक में जलन की शिकायत भी सामने आ रही है। तेज हवा और बरसात होने से प्रदूषण का स्तर कम हो सकता है। लेकिन अभी तक बरसात होने की कोई भी संभावना नहीं दिख रही है। करनाल जिले में पराली जलानेकी घटनाओ को रोकने के लिए कृषि विभाग काम कर रहा है। बावजूद इसके किसान जागरूकता के आभाव में अभी भी पराली जला रहा है। हलाकि पिछले साल की तुलना पराली जलाने के मामलों में कमी दर्ज की गई है। इसके साथ दीपावली पर हुई आतिशबाजी से निकली जहरीली गैसे भी पर्यवरण में घूम रही है। पटाखों से सल्फर डाई ऑक्साइड ,कार्बन डाई ऑक्साइड नाइट्रोजन के साथ अधजले कार्बन के कण निकले। यह फिजा में घुलने से लोगो को परेशानी हुई है। 
Conclusion:वही निजी हॉस्पिटल के डाक्टर कमल चराया कहा आज जो भी वातावरण प्रदूषित हो रहा है। जिसके कारन सास के मरीजों को सबसे ज्यादा दिक्क्त हो रही है। लगातार सास के मरीज हॉस्पिटल में आ रहे है और दाखिल हो रहे ,आखो में जलन व् नाक में जलन के मरीज भी लगातार बढ़ रहे है। 

बाइट -2 रूपेन्दर सिंह आम नागरिक  
बाइट -3 संतोष आम नागरिक 
बाइट -4 डाक्टर कमल चराया 
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.