करनाल: राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान करनाल यानी एनडीआरआई में 8 से 10 अप्रैल तक राष्ट्रीय डेरी मेले का आयोजन किया जा रहा है. मेले का उद्घाटन केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी करेंगे. मेले में पूरे देश भर से हजारों की संख्या में किसान भाग लेंगे जो अपने पशुओं की प्रदर्शनी यहां पर लगाएंगे. वहीं देशभर से नई तकनीक पर काम करने वाले किसान भी डेरी मेले में पहुंचेंगे और अपने मशीनों का प्रदर्शन करेंगे.
राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल (National Dairy Research Institute Karnal) अपना 100 वां स्थापना दिवस मना रहा है. इस उपलक्ष्य में पूरे साल भर चलने वाले विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में डेरी मेले का भी आयोजन संस्थान के परिसर में किया जा रहा है. कोविड-19 के कारण पिछले सालों में मेले का आयोजन नहीं किया जा सका था. इस बार मेले में लगभग 50 हजार किसानों के पहुंचने की संभावना है. इसके साथ ही इस बार मेले में प्रगतिशील किसान भी समान रूप से सहभागी होंगे तथा अपने-अपने प्रोडक्ट के स्टॉल लगाएंगे.
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डेरी मेले में स्टार्टअप के तहत युवा भी अपने प्रोडक्ट लेकर प्रदर्शन करने संस्थान में पहुंचेंगे. इससे न केवल युवाओं को प्रोत्साहन मिलेगा बल्कि प्रोडक्टिविटी को भी बढ़ावा मिलेगा. मेले के दौरान प्रगतिशील किसानों को पुरस्कृत भी किया जाएगा. इसमें बेहतर टेक्नोलॉजी का भी प्रदर्शन किया जायेगा. डेरी मेले में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी के साथ अन्य कई और मंत्री भी पहुंचेंगे. मेले में 100 से अधिक स्टॉल लगाने की व्यवस्था की गई है. इस डेरी मेले में डेरी प्रोडक्ट एंड रिसर्च संस्थान के लोग भी भाग लेंगे जोकि एनडीआरआई का ही संयुक्त संस्थान है.
एनडीआरआई द्वारा तैयार गिर गाय का क्लोन डेरी मेले का मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगा. एनडीआरआई डेयरी में जितने भी पशु पहुंच रहे हैं उनका पंजीकरण किया जा रहा है. पशुओं की प्रतियोगिता 9 अप्रैल को होगी. दुग्ध प्रतियोगिता के लिए दूध रिकॉर्ड करने का कार्य शनिवार से शुरू हो जाएगा. इसके स्टॉल लगा दिए गए हैं. इसमें सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है. कई नस्लों के पशुओं की पत्थरों की प्रतिमाएं भी प्रदर्शित की जा रही हैं. मेले में बिजली पानी, किसानों के रहने की पूरी व्यवस्था की गई है.
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