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करनाल: चंद्रयान-2' का लैंडर ‘विक्रम' ऐतिहासिक ‘सॉफ्ट लैंडिंग' के लिए तैयार

चंद्रयान-2' का लैंडर ‘विक्रम' शनिवार तड़के चांद की सतह पर ऐतिहासिक ‘सॉफ्ट लैंडिंग' के लिए तैयार है और यह क्षण इसरो के वैज्ञानिकों के लिए ‘दिल की धड़कनों को थमा देने वाला' होगा.

चंद्रयान-2' का लैंडर ‘विक्रम' ऐतिहासिक ‘सॉफ्ट लैंडिंग' के लिए तैयार
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Published : Sep 6, 2019, 11:09 PM IST

करनाल: चंद्रयान-2 भारत का दूसरा चांद मिशन है. जो कि 22 जुलाई को लांच किया गया था. चंद्रयान-1 की सफलता के बाद चंद्रयान-2 से देश को काफी उम्मीदें थीं. इसी खबर से जुड़ी करनाल की उड़न परी कल्पना चावला की यादें भी हमारे जहन में है.

चंद्रयान-2' का लैंडर ‘विक्रम' ऐतिहासिक ‘सॉफ्ट लैंडिंग' के लिए तैयार

उड़नपरी कल्पना चावला के कोलंबिया में क्रैश होने के बाद करनाल वासियों को ही नहीं बल्कि पूरे देश विदेश के लोगों बहुत बड़ा झटका लगा था. चंद्रयान-2 पहला स्पेस मिशन है जो चांद के साउथ पोलर रीजन पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. यह पहला भारतीय अभियान है जो कि देश में बनाई गई टेक्नोलॉजी से लूनर सरफेस पर सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास करने जा रहा है.

करनाल की उड़नपरी कल्पना चावला के यान की तरह ही चंद्रयान 2 भी अपनी यात्रा में गया है और आने वाले 7 सितंबर यानी कल एक सफलता की दहलीज पर करेगा. ईटीवी भारत की टीम आज करनाल के टैगोर बाल निकेतन स्कूल में पहुंची. जहां पर उड़न परी कल्पना चावला ने अपनी स्कूली शिक्षा ग्रहण करने के लिए कदम रखा.

ये भी पढ़ें: चौटाला परिवार के एक होने की खबरों पर दुष्यंत ने दी प्रतिक्रिया, बड़े परिवर्तन के दिए संकेत

स्कूल के प्रिंसिपल राजन लांबा ने बताया कि जब कल्पना अंतरिक्ष में गई थी तो भारत में व करनाल के लोगो और परिवार में खुशियां छा गई थी. परंतु वह पल बहुत दुखदाई था जब खबर आई की यान क्रैश हो गया.

करनाल: चंद्रयान-2 भारत का दूसरा चांद मिशन है. जो कि 22 जुलाई को लांच किया गया था. चंद्रयान-1 की सफलता के बाद चंद्रयान-2 से देश को काफी उम्मीदें थीं. इसी खबर से जुड़ी करनाल की उड़न परी कल्पना चावला की यादें भी हमारे जहन में है.

चंद्रयान-2' का लैंडर ‘विक्रम' ऐतिहासिक ‘सॉफ्ट लैंडिंग' के लिए तैयार

उड़नपरी कल्पना चावला के कोलंबिया में क्रैश होने के बाद करनाल वासियों को ही नहीं बल्कि पूरे देश विदेश के लोगों बहुत बड़ा झटका लगा था. चंद्रयान-2 पहला स्पेस मिशन है जो चांद के साउथ पोलर रीजन पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. यह पहला भारतीय अभियान है जो कि देश में बनाई गई टेक्नोलॉजी से लूनर सरफेस पर सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास करने जा रहा है.

करनाल की उड़नपरी कल्पना चावला के यान की तरह ही चंद्रयान 2 भी अपनी यात्रा में गया है और आने वाले 7 सितंबर यानी कल एक सफलता की दहलीज पर करेगा. ईटीवी भारत की टीम आज करनाल के टैगोर बाल निकेतन स्कूल में पहुंची. जहां पर उड़न परी कल्पना चावला ने अपनी स्कूली शिक्षा ग्रहण करने के लिए कदम रखा.

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स्कूल के प्रिंसिपल राजन लांबा ने बताया कि जब कल्पना अंतरिक्ष में गई थी तो भारत में व करनाल के लोगो और परिवार में खुशियां छा गई थी. परंतु वह पल बहुत दुखदाई था जब खबर आई की यान क्रैश हो गया.

Intro:chandrayaan-2 भारत का चांद पर दूसरा मिशन यानी 22 जुलाई को लांच किया गया था, chandrayaan-1 की सफलता के बाद chandrayaan-2 से देश की बड़ी काफी उम्मीदें , इस मिशन से जुड़े कई ऐसे सवाल हैं जो सबके मन में जागृत हो रहे हैं इसी खबर से जुड़ी करनाल की उड़न परी कल्पना चावला की यादें भी हमारे जहन में है , उड़नपरी कल्पना चावला के कोलंबिया में क्रैश होने के बाद करनाल वासियों ही नही पूरे देश विदेश के लोगो को लगा था बहुत बड़ा झटका, उस समय कल्पना चावला के अंतरिक्ष में जाने की खुशी थी परंतु खुशियां उस वक्त गर्मी में बदल गई जब वापसी के समय 16 मिनट पहले यान हो गया था क्रेश ।


Body:chandrayaan-2 पहला स्पेस मिशन है जो चांद के साउथ पोलर रीजन पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा । यह पहला भारतीय अभियान है देश ने बनाई गई टेक्नोलॉजी से लूनर सरफेस पर सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास करने जा रहा है यह पहला भारतीय मिशन है जो देश में बनाई गई टेक्नोलॉजी से चंद्र भाग को एक्सप्लोरर करेगा वही बात करते है करनाल की उड़नपरी कल्पना चावला के यान की तरह ही चंद्रयान 2 भी अपनी यात्रा में गया है और आने वाले 7 सितंबर यानी कल एक सफलता की दहलीज पर होगा । कल्पना चावला द्वारा भी इसी तरह का इतिहास रचा जाना था जो कल भारत के लिए एक इतिहास रचा जाने वाला है ।

ईटीवी भारत की टीम आज करनाल के टैगोर बाल निकेतन स्कूल में पहुंची यहां पर उड़न परी कल्पना चावला ने अपनी स्कूली शिक्षा ग्रहण करने के लिए कदम रखा ।


Conclusion:स्कूल के प्रिंसिपल राजन लांबा ने बताया कि जब कल्पना अंतरिक्ष में गई थी तो भारत में व करनाल के लोगो और परिवार में खुशियां छा गई थी परंतु वह पल बहुत दुखदाई था जब सुना कि यान क्रेश होने वाला है और फिर हो गया ।आज उनकी यादों को फिर से ताज करते हुए चंदर यान 2 देश ने बनाई गई टेक्नोलॉजी से लूनर सरफेस पर सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास करने जा रहा है । भगवान से मंगल कामना करते है सब कुछ अच्छा हो ।
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