करनाल: राज्यसभा सांसद और कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिहं हुड्डा रविवार को जिले के इंद्री क्षेत्र में पहुंचे. यहां उन्होंने गढ़ी गुजरान गांव में सड़क हादसे में जान गवां चुके किसान के परिवार से मुलाकात की. दीपेंद्र ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर शोक व्यक्त किया और उन्हें सांत्वना दी.
मृतक किसान के परिवार से मिलने के बाद दीपेंद्र हुड्डा ने पत्रकारों से बात करते हुए मनोहर सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के सबर का इम्तिहान ले रही है. उन्होंने कहा कि अभी तक इस आंदोलन में कई किसान अपनी जान गवां चुके हैं लेकिन बीजेपी को कोई फर्क नहीं पड़ता.
मनोहर सरकार की लोकप्रियता हुई कम: दीपेंद्र
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा सरकार इस समय देश की सबसे बड़ी किसान विरोधी सरकार साबित हो चूकी है. उन्होंने कहा कि ये सरकार आंदोलन कर रहें किसानों को कभी आंतकवादी, माओवादी और खालिस्तानी कहती है तो कभी विपक्षी पार्टियों पर किसानों को भड़काने के आरोप लगाती है.
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार के कारनामों की वजह से बीजेपी की लोकप्रियता कम होती जा रही है. उन्होंने कहा कि एक सर्वे के मुताबिक प्रदेश के मुख्यमंत्री की लोकप्रियता केवल 8 प्रतिशत रह गई है. उन्होंने कहा कि हमने सरकार से अविश्वास प्रस्ताव की मांग की है ताकि इस बात का पता चल सके कि कौन सा विधायक सरकार के साथ है ओर कौन सा खिलाफ है. दीपेंद्र ने राज्यपाल पर भी निशाना साधा और कहा कि वो राज्यपाल से दो बार मिलने का समय मांगा लेकिन वो मिलना ही नहीं चाहते हैं.
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वहीं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप शर्मा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि आज प्रदेश की सरकार से हर वर्ग नाराज है और किसानों के लिए बनाए गए कृषि कानून बिल्कुल गलत है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है वो पूरी तरह से अमान्य है, वो पहले से ही किसानों के खिलाफ है. उनहोंने मोदी सरकार से कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की है.