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करनाल: कादराबाद गांव में बीजेपी-जेजेपी नेताओं की एंट्री बैन, ग्रामीणों ने लगाया पोस्टर - karnal village bjp jjp ban

इंद्री के कादराबाद गांव के लोगों ने बीजेपी-जेजेपी नेताओं की गांव में एंट्री पर बैन लगा दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि किसानों का अपमान करने वाले नेताओं को गांव में प्रवेश नहीं मिलेगा.

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Published : Dec 28, 2020, 7:59 PM IST

करनाल: किसान आंदोलन के समर्थन में इंद्री के कादराबाद गांव के लोगों ने भाजपा और जेजेपी नेताओं का गांव में प्रवेश पर बैन लगा दिया है. गांव के लोगों ने पंचायत कर गांव के बाहर बैनर लगा दिया है. जिसपर जेजेपी और बीजेपी के लोगों के गांव में आने पर उनकी साथ किसी भी तरह का गलत बर्ताव करने की चेतावनी दी है.

गांव कादराबाद के ग्रामीणों ने गांव के बाहर 'जो किसानों की बात करेगा वही गांव में आएगा' का बैनर टांग दिया है. किसानों का कहना है कि किसानों के हितों की बात करके जो तीन कृषि कानून लागू किए हैं वो किसान हितेषी नहीं हैं. उन्हें किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

किसान गुरलाल सिंह ने कहा कि सत्ता में बैठे हुए नेता किसानों पर जबरदस्ती इन कानूनों को ठोक कर किसानों को बर्बादी के कगार पर खड़ा करना चाह रहे हैं. इतना ही नहीं, इन कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को कहीं आतंकवादी बताया जा रहा है तो कहीं उनको उग्रवादी और खालिस्तानी बताया जा रहा है. ऐसा करके किसानों का अपमान किया जा रहा है.

ये भी पढे़ं- रोहतक: स्कूल बस में पंजाब से टिकरी बॉर्डर पर जा रहे थे किसान, हादसे में दो घायल

उन्होंने कहा कि हरियाणा की सरकार आंदोलनकारी किसानों में फूट डालने की साजिश रच रही है. हरियाणा सरकार किसानों को दोफाड़ करने के लिए एसवाईएल का मुद्दा उठा कर षड्यंत्र कर रही है. किसान सरकार के किसी भी षड्यंत्र को सफल नहीं होने देंगे. किसानों ने कहा कि सरकार की इन नीतियों के विरोध में जेजेपी और भाजपा के नेताओं का बहिष्कार किया है. उन्होंने गांवों के किसानों से भी अपील की है कि वो अपने गांव में इन दोनों दलों के लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दें.

करनाल: किसान आंदोलन के समर्थन में इंद्री के कादराबाद गांव के लोगों ने भाजपा और जेजेपी नेताओं का गांव में प्रवेश पर बैन लगा दिया है. गांव के लोगों ने पंचायत कर गांव के बाहर बैनर लगा दिया है. जिसपर जेजेपी और बीजेपी के लोगों के गांव में आने पर उनकी साथ किसी भी तरह का गलत बर्ताव करने की चेतावनी दी है.

गांव कादराबाद के ग्रामीणों ने गांव के बाहर 'जो किसानों की बात करेगा वही गांव में आएगा' का बैनर टांग दिया है. किसानों का कहना है कि किसानों के हितों की बात करके जो तीन कृषि कानून लागू किए हैं वो किसान हितेषी नहीं हैं. उन्हें किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

किसान गुरलाल सिंह ने कहा कि सत्ता में बैठे हुए नेता किसानों पर जबरदस्ती इन कानूनों को ठोक कर किसानों को बर्बादी के कगार पर खड़ा करना चाह रहे हैं. इतना ही नहीं, इन कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को कहीं आतंकवादी बताया जा रहा है तो कहीं उनको उग्रवादी और खालिस्तानी बताया जा रहा है. ऐसा करके किसानों का अपमान किया जा रहा है.

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उन्होंने कहा कि हरियाणा की सरकार आंदोलनकारी किसानों में फूट डालने की साजिश रच रही है. हरियाणा सरकार किसानों को दोफाड़ करने के लिए एसवाईएल का मुद्दा उठा कर षड्यंत्र कर रही है. किसान सरकार के किसी भी षड्यंत्र को सफल नहीं होने देंगे. किसानों ने कहा कि सरकार की इन नीतियों के विरोध में जेजेपी और भाजपा के नेताओं का बहिष्कार किया है. उन्होंने गांवों के किसानों से भी अपील की है कि वो अपने गांव में इन दोनों दलों के लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दें.

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