करनाल: प्रदेश में धान खरीद घोटाला तूल पकड़ने लगा है. मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है. धान खरीद घोटाला मामले मे नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सीबीआई जांच करवाने की मांग की है. उनका कहना है कि किसान बर्बादी की कगार पर है पर सरकार धयान नहीं दे रही है.
उप मुख्यमंत्री भी कर चुके हैं जांच की बात
आपको बता दें कि इस मामले को लेकर खाद्य आपूर्ति विभाग की कमान संभाल रहे दुष्यंत चौटाला उप मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही कई बार बयान दे चुके हैं कि वो किसानों की धान का एक एक दाना खरीदेंगे. बस इतना ही नहीं कांग्रेस की तरफ से धान खरीद मामले को लेकर उठाये जा रहे घोटाले के सवालों पर भी उप मुख्यमंत्री खुद की पीठ थपथपा कर ये बयान दे रहे हैं कि हरियाणा में राजस्व के लुटेरों को बख्शा नहीं जायेगा.
गृहमंत्री अनिल विज ने किया जांच से इंकार
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज राइस मिलरों को क्लीन चिट देते नजर आ रहे हैं. मामले को लेकर अनिल विज ने कहा कि ऐसा कोई घोटाला नहीं हुआ ये तो सरकार ने अपनी धान पर नजर रखने के लिए अपने नुमाइंदे राइस मिलों में बिठाये हैं. विज का कहना है कि राइस मिल संदेह के घेरे में नहीं हैं ये तो ज्वाइंट कस्टडी होती है.
ये है मामला
प्रदेश में धान खरीद के नाम पर फर्जीवाड़े की आशंका है. राइस मिलर्स पर ये आरोप लगा कि उन्होंने अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर फर्जी तरीके से बिलिंग की है. खाद्य एवं आपूर्ति मंत्रालय ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं. कैबिनेट की बैठक में भी यह मुददे उठा था जिसमें दुष्यंत ने भी सवाल उठाए थे. इसके बाद से सरकार ने मिलों में पुलिस तैनात की.
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सरकार के आदेश पर सभी राइस मिल सीज
अब सरकार ने राइस मिलों से धान के एक भी दाने के बाहर निकलने और अंदर जाने पर पाबंदी लगा दी है. जिसके तहत राइस मिलों के बाहर ड्यूटी मजिस्ट्रेट भी तैनात कर दिए गए हैं, जो राइस मिलों के बाहर सख्त पहरा दे रहे हैं.