करनाल: किसान आंदोलन में मौत होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला पानीपत जिले से सामने आया है जहां एक किसान की सड़क हादसे में मौत हो गई. मृतक का नाम राजेश कुमार है और वो दो दिन पहले ही किसान आंदोलन में गया था लेकिन वापस लौटते समय हुए हादसे में उसकी मौत हो गई.
बताया जा रहा है कि सोमवार शाम को जैसे ही राजेश किसान आंदोलन से अपने घर वापिस लौट रहा था तो पानीपत के पास एक कैंटर ने उनकी गाड़ी को टक्कर मार दी जिसमें राजेश की मौके पर ही मौत हो गई. राजेश करनाल जिले के गढ़ी गुजरान गांव का रहने वाला था और उसका शव मंगलवार को उनके गांव में लाया गया जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया.
मृतक किसान के परिवार में इस समय मातम का माहौल है, क्योंकि राजेश ही अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था लेकिन सड़क हादसे में मौत हो जाने के बाद उस परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती.
किसान नेता रामपाल चहल ने बताया कि राजेश कुमार दो दिन पहले दिल्ली किसान आंदोलन में गया हुआ था और कल जैसे ही शाम को यह अपने घर की तरफ लौट रहा था तो पानीपत के नजदीक कैंटर ने कार को टक्कर मार दी जिससे राजेश की मौके पर ही मौत हो गई.
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वहीं हल्का प्रधान सतीश कलसोरा ने कहा कि किसान की मौत का हमें बहुत दुख है. उन्होंने कहा कि हम सरकार से अपील करते हैं कि इस परिवार की आर्थिक मदद की जाए ताकि वो अपने परिवार का गुजारा कर सकें.
भारतीय किसान यूनियन की तरफ से भी इस परिवार को जो भी आर्थिक सहायता की मदद होगी वो की जाएगी क्योंकि इस किसान ने आंदोलन से आते समय सड़क हादसे में अपने प्राण त्यागे हैं. इसकी शहादत को भारतीय किसान यूनियन नहीं भूल पाएगी.