करनाल: जिला पुलिस के थाना तरावड़ी की टीम ने एक ऐसे शातिर आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. जिसने ज्यादा मुनाफा कमाने के लालच में फर्जी आईडी पर काफी संख्या में सिम एक्टिवेट करके धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दिया था. एसआई सुल्तान सिंह थाना तरावड़ी की अध्यक्षता में टीम द्वारा आरोपी गुरप्रीत सिंह भेदी पुत्र सुखचैन भेदी वासी गर्ग कॉलोनी राजपुरा पटियाला राज्य पंजाब को विश्वसनीय साक्ष्यों के आधार पर राजपुरा से गिरफ्तार किया गया.
धोखाधड़ी का आरोपी गिरफ्तार: इस वारदात के संबंध में वोडाफोन आइडिया टेलीकॉम कंपनी के नोडल ऑफिसर ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ थाना तरावड़ी में एक शिकायत दी. जिसमें उसने बताया कि कुछ अज्ञात आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके काफी संख्या में वोडाफोन आइडिया कंपनी के मोबाइल नंबर कनेक्शन जारी करके धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया है. इस संबंध में थाना तरावड़ी में मुकदमा नंबर 168, धारा 420, 467, 468, 471 आईपीसी के तहत दर्ज किया गया.
पूछताछ में वारदात का खुलासा: आरोपी को गिरफ्तार करके कोर्ट के सामने पेश करके 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था. रिमांड के दौरान पूछताछ में आरोपी द्वारा खुलासा किया गया कि वह कुछ महीनों पहले किसी काम से करनाल के गांव चौपड़ी में आया था. उसे तरावड़ी में एचडीएफसी बैंक के पास छतरी लगाकर सिम बेचता हुआ एक व्यक्ति हर्ष वासी तरावड़ी उसको मिला. उसने उसको बताया कि वह वोडाफोन कंपनी का डिस्ट्रीब्यूटर है और सिम बेचता है.
साइटों पर OTP फिल करके कमाया मुनाफा: आगे भी उसको एजेंट बनाने की कंपनी ने पावर दे रखी है. हर्ष ने आरोपी को बताया कि टाटा, अमेजॉन, फॉक्सवैगन एशियन पेंट, महिंद्रा, रॉयल एनफील्ड, टीवीएस, बजाज व नैरोलैक आदि कंपनियों की गूगल पर ऐड आती रहती है. आप सिम को एक्टिवेट करा कर कंपनियों से लीड फिल करके ओटीपी भरकर ऐड चलाकर वेबसाइट पर ट्रैफिक देकर कमीशन ले सकते हो. इसमें काफी मुनाफा है.
कंपनी से ली कमीशन: जिसके बाद आरोपी ने हर्ष व एक अन्य आरोपी सौरभ से सस्ते दाम पर ब्लैंक सिम लेनी शुरू कर दी.आरोपी ने पंजाब में अपनी दुकान पर फर्जी आईडी पर अलग-अलग लोगों के फोटो लगाकर करीब 95 सिम एक्टिवेट करवा लिए और उनको अलग-अलग मोबाइल फोन व लैपटॉप आदि में चला कर ऐड के माध्यम से कंपनी से मोटा कमीशन भी कमा लिया. इस कमीशन में से तीनों आरोपी अपना-अपना हिस्सा बांट लेते थे.
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कई वारदातों को दे चुका है अंजाम: आरोपी शातिर तरीके से फोटोशॉप सॉफ्टवेयर के माध्यम से अलग-अलग लोगों की आईडी लेकर बार-बार उसमें नाम-पते बदलकर और बार-बार अलग-अलग लोगों की फोटो लगाकर सिम एक्टिवेट करवाता था. मोबाइल और लैपटॉप के माध्यम से कंपनी से मुनाफा कमाता था. आरोपी ने लगभग सभी वारदात वर्ष 2022 में की थी. जिसके बाद आरोपी की दुकान से 163 मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, एक प्रिंटर, 36 पुरानी सिम, 72 पुरानी आईडी, एक माउस व एक चार्जर बरामद किया गया है.
पुलिस को आरोपियों की तलाश: आरोपी को कोर्ट में पेश करके न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. मामले में संलिप्त अन्य दोनों आरोपियों की भी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं. जिनको जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इसके अलावा मामले में अन्य लोगों की भी संलिप्तता की जांच जारी है.