करनाल : रिश्वतखोर अफसरों पर हरियाणा में कार्रवाई जारी है. एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम लगातार एक्शन में है और रिश्वत लेने वाले अफसरों-कर्मचारियों पर कार्रवाई कर रही है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है करनाल से जहां एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने जानकारी मिलने पर रेड डाली और हैफेड के तीन अफसरों को धर दबोचा.
रिश्वत की मांग कर रहे थे : एंटी करप्शन ब्यूरो के इंस्पेक्टर सचिन ने ईटीवी भारत को बताया कि उन्हें शिकायत मिली थी कि हैफेड के अधिकारी रिश्वत की मांग कर रहे हैं. इसके बाद एसीबी ने पूरे मामले के लिए एक टीम बनाई और रिश्वत लेने वाली जगह पर रेड डाली. एसीबी की टीम ने रेड के दौरान तीन अफसरों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
बिल पास करवाने के एवज में रिश्वत : जिन लोगों को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने अरेस्ट किया है उसमें तरावड़ी हैफेड के जनरल मैनेजर प्रदीप शामिल है. वहीं अकाउंटेंट अजय और मैनेजर धर्मवीर को भी रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया है. एंटी करप्शन ब्यूरो के इंस्पेक्टर सचिन ने बताया कि शिकायतकर्ता शख्स ट्रांसपोर्ट का काम करता है. वो हैफेड के गोदाम से माल लोड करके गाड़ी ले जाता है. लंबित पड़े बिल पास करवाने के एवज में उससे रिश्वत की मांग की जा रही थी. कुल 4 लाख 60 हजार रुपए रिश्वत के तौर पर मांगे गए थे. शिकायतकर्ता ने एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम से इस बारे में संपर्क साधा और उन्हें इस पूरे मामले की जानकारी दे दी. इसके बाद विभाग ने एक टीम बनाकर पूरा प्लान तैयार किया और फिर रेड डाली. इस दौरान तीन अधिकारियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया. इंस्पेक्टर सचिन ने बताया कि मामले में आगे की कार्रवाई जारी है. आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगी जाएगी. इस दौरान ये सारी जानकारी जुटाई जाएगी कि रिश्वत के इस रैकेट में और कितने लोग शामिल है और किन-किन मामलों में भ्रष्टाचार किया गया है. पकड़े गए तीन अधिकारियों से करीब 13 लाख रूपये की रिकवरी भी मौके से की गई है.
ये भी पढ़ें : यमुनानगर में पटवारी का असिस्टेंट 8 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार