करनाल: पराली जलाने पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट से लेकर केंद्र सरकार तक सरकारों को आदेश दे चुकी है, लेकिन करनाल में पराली जलाने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. जिसको लेकर अब करनाल प्रशासन ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है.
करनाल उपायुक्त ने पराली जलाने के मामले में गोंदर व रम्बा गांव के सरपंच को निलंबित कर दिया है. वहीं अब तक दोषी पाए गए 392 किसानों पर 9 लाख 85 हजार 500 रुपये का जुर्माना लगाया है. वहीं अब तक किसानों पर 95 एफआईआर दर्ज करवाई जा चुकी है.
इस संबंध में करनाल उपायुक्त ने कहा कि फसल अवशेष प्रबंधन के तहत पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत प्रशासन के उच्च अधिकारी गांव-गांव पहुंचकर ग्राम पंचायत तथा किसानों को जागरूक कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भी जिला में 834 आगजनी की घटनाएं सैटेलाइट से प्राप्त हुई हैं.
जिनमें से 635 घटनाएं वैरिफाई हो चुकी हैं. इसके चलते जिले के 49 गांव रेड जोन में आ गए हैं. प्रशासन इसको लेकर पूरी तरह से गंभीर है. इन गांवों में 250 एनसीसी एवं एनएसएस वॉलिंटियर्स तैनात किए गए हैं. जो कि न केवल आगजनी की घटनाओं पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं. बल्कि गांवों में जागरूकता रैली निकालने के साथ-साथ पराली जलाने से संबंधी घटनाओं की फोटोग्राफ के साथ सूचना प्रशासन को दे रहे हैं.
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