करनाल: सीएम सिटी में कोरोना संक्रमण के दौर में डेंगू ने भी पांव पसारने कर दिए हैं. एक सप्ताह से निजी अस्पतालों में डेंगू के मामले आते ही जा रहे हैं. इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम भी अलर्ट हो गई है. स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, एंटी लार्वा एक्टिविटी के बाद यदि किसी घर में लार्वा पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. अब तक करनाल में डेंगू के 16 मामले सामने आ चुके हैं.
बता दें कि करनाल में कोरोना केस के आने बाद से लगातार कोरोना का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है. अब तक जिले में हजारों केस कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं. सितंबर से नवंबर महीने तक डेंगू बुखार होने का खतरा ज्यादा होता है. एक सप्ताह से निजी अस्पतालों में डेंगू के केस आने शुरू हो गए हैं. डेंगू और कोरोना के कुछ लक्षण एक जैसे ही है.
इनमें बुखार तेज होना, शरीर में जकड़न और दर्द होने आदि लक्षण एक जैसे होने के कारण आम आदमी का दोनों में अंतर कर पाना आसान नहीं है. बुखार होने पर लोगों को पहले कोरोना होने की संभावना होती है, लेकिन जांच के बाद ही डेंगू या कोरोना का पता चल पाता है. सीएमओ योगेश कुमार शर्मा के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें लोगों के घरों में एंटी लार्वा एक्टिविटी चला रही है.
हेल्थ इंस्पेक्टर अपनी टीम के साथ घरों में रखे फ्रीज, पानी की टंकियों, कूलरों, गमलों में एकत्रित पानी, टायरों में जमा पानी व अन्य स्थानों की जांच कर रहे है. जिन घरों में मच्छरों का लार्वा मिल रहा है वहां दवाई डाली जा रही है. साथ ही घर के मालिक को सख्त हिदायतें दी जा रही है. चिकित्सकों का कहना है कि अभी डेंगू की शुरूआत हुई है. इससे अभी सावधानी बरतने की जरूरत है, अन्यथा जरा सी लापरवाही से इसका प्रकोप बढ़ने से यह खतरनाक हो सकता है.
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सीएमओ योगेश शर्मा ने बताया कि चेकिंग करने के बाद यदि किसी के घर में खामियां पाई गई या लार्वा मिला या फ्रिज, कूलर, पानी की टंकियों, गमलों, टायरों व अन्य स्थानों पर पानी एकत्रित मिला तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं लोगों से अपील की कि घरों में पानी इकठा ना होने दे जो वेस्ट सामान है. उसकी समय-समय पर जांच करते रहे.