कैथल: विदेश भेजने के नाम पर हरियाणा में कबूतरबाजी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. पिछले 7 दिनों में केवल कैथल जिले में 9 मामले दर्ज हुए हैं. जिसमें 2 करोड़ से ज्यादा की ठगी हुई है. कैथल के डीएसपी उमेद चहल ने बताया कि जितने भी विदेश भेजने वाले जिले के एजेंट हैं सभी को नोटिस भेजा जाएगा और उनके दस्तावेजों की जांच की जाएगी. पुलिस ये चेक करेगी कि वो लीगल तरीके से काम कर रहे हैं या नहीं.
हरियाणा में इस समय युवाओं में विदेश जाने का फैशन सा हो गया है. रोजगार के लिए विदेश जाने का ये मामला फर्जी एजेंटों के लिए रोजगार का जरिया बन गया है. बढ़िया लाइफस्टाइल और अच्छी कमाई के लालच में लोग कई बार गलत रास्तों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. कैथल डीएसपी ने कहा कि जो बच्चे इंटेलिजेंट हैं वो स्टडी वीजा के माध्यम से विदेश जाते हैं और ज्यादातर सही एजेंट का चुनाव करते हैं.
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जो बच्चे पढ़ाई में कमजोर हैं या विदेश जाने के लिए उनके पास पूरे दस्तावेज नहीं है, तो ऐसे लोग अक्सर फर्जी एजेंट के शिकार हो जाते हैं. पुलिस के मुताबिक फर्जी एजेंट बेखौफ इसलिए होते हैं क्योंकि कानूनी प्रक्रिया काफी लंबी होती है. मामला दर्ज होने के बाद दस्तावेजों की जांच होती है जो काफी लंबा प्रक्रिया होती है. कई बार तो दस्तावेजों की जांच में 1 साल से ज्यादा का समय लग जाता है. जब एजेंट को लगता है कि वो पकड़ा जाएगा तो वो किसी बड़ी अदालत से जमानत ले लेता है.
इस लंबी प्रक्रिया से पीड़ित भी परेशान होता है. और आखिरकार वो चुप होकर घर बैठ जाता है. इसलिए लोगों का जागरुक होना बेहद जरूरी है. कैथल डीएसपी ने लोगों से भी अपील की है कि विदेश जाने वाले लोग केवल लीगल एजेंट से ही संपर्क करें. ठगी और जान के जोखिम से बचना है तो गलत रास्ते ना अपनाएं ताकि किसी भी युवा का भविष्य बर्बाद ना हो.
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