कैथल: एसजीपीसी की प्रधान बीबी जागीर कौर ने कहा कि पंजाब और हरियाणा के गुरुद्वारे सिख संगत के गुरुद्वारे हैं. गुरुओं के स्थान सबके साझे हैं. यह कौम के स्थान हैं. उन्होंने कहा कि सिखों को बांटने की राजनीतिक लोगों की यह साजिश कभी कामयाब नहीं होगी. सभी गुरुद्वारे एसजीपीसी के हैं.
बीबी जागीर कौर कैथल में गुरुद्वारा मंजी साहिब में भवन निर्माण कार्य का शिलान्यास करने पहुंची थीं. उनसे जब (एसजीपीसी) और हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के बीच हरियाणा के गुरुद्वारों को लेकर चल रहे विवाद पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि एसजीपीसी हरियाणा या पंजाब की नहीं, बल्कि पूरी सिख कौम की नुमाइंदगी करती है.
जब पंजाब एक था तो हरियाणा, चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश सब इसी में थे. इनके गुरुद्वारे भी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अंतर्गत थे. जब यह अलग हुए तो गुरुद्वारे अलग हो गए. पानी बांटा जा सकता है, धरती बांटी जा सकती है, लेकिन कभी धर्म नहीं बांटा जा सकता. एसजीपीसी अमृतसर अध्यक्ष बीबी जागीर कौर ने कहा कि गुरु तेग बहादुर हिंद दी चादर ने देश और हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए सर्वंश कुर्बान कर दिया.
ये भी पढ़ें- यमुनानगर को मिली 20 करोड़ रुपये की दो विकास परियोजनाओं की सौगात
उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि उनकी याद में बनने जा रहे गुरुद्वारा साहिब की इमारत का नींव पत्थर रखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. बीबी जागीर कौर रविवार को मंजी साहिब गुरुद्वारा की इमारत का नींव पत्थर रखने के बाद संगत को संबोधित कर रही थी. उन्होंने कहा कि गुरु साहिब ने उस वक्त के जालिम शासक औरंगजेब के अत्याचारों के खिलाफ लड़ते हुए शहादत दी पर जरा भी डोले नहीं. एसजीपीसी नौवीं पातशाही की याद में 400 साल मना रही है.