कैथल: जिले की जानमानी नीलम यूनिवर्सिटी से स्कॉलरशिप घोटाला सामने आया है. नीलम यूनिवर्सिटी में एससी वर्ग के छात्रों के दाखिले के नाम पर सरकार से 5.26 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति वसूल ली गई, जबकि ये राशि छात्रों को नहीं मिली.
स्कॉलरशिप देने के नाम पर बड़ा घोटाला
इस मामले की जांच कर रही अंबाला विजिलेंस की टीम ने दो आरोपियों विकास और विमल को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि आरोपियों ने 2013-14 में एससी वर्ग के करीब 598 छात्रों का दाखिला कराया और सरकार से स्कॉलरशिप वसूली. घोटाले के इस खेल में कई अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं. जिनके नाम जांच के बाद ही सामने आ पाएंगे.
दो आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
दोनों आरोपियों की पहचान कैथल निवासी विमल व विकास के तौर पर हुई है जो कि यूनिवर्सिटी के लिए स्टूडेंट उपलब्ध करवाने की एवज में कमीशन लिया करते थे. इन्होंने यूनिवर्सिटी के दाखिलों के लिए अंबाला में भी अपना सेंटर खोला था.
2015 में की गई थी शिकायत
जानकारी के मुताबिक 2013-14 में एससी वर्ग के छात्रों का दाखिला नीलम यूनिवर्सिटी में कराया गया और सरकार से दाखिले के नाम पर स्कॉरलशिप हासिल की गई. 2015 में सरकार को घोटाले की शिकायत मिली. जिसके बाद अंबाला की विजिलेंस टीम को जांच सौंपी गई. जांच में कई चौकाने वाले खुलासे सामने आए. जांच में सामने आया कि छात्रों से आधारकार्ड, 12वीं का प्रमाणपत्र आदि दस्तावेज लेकर बैंक में खाता खुलवाया गया. इन छात्रों की स्कॉलरशिप सीधे बैंक में आने लगी.
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छात्रों से की गई थी पूछताछ
बाद में शपथपत्र बैंक को देकर कहा गया कि ये पैसा यूनिवर्सिटी के खाते में जमा करा दिया जाए. विजिलेंस ने जांच में 300 छात्रों को पूछताछ के लिए बुलाया. छात्रों ने पूछताछ में बताया कि बैंक में उन्होंने न तो कोई शपथपत्र दिया और न खाता खुलवाया है. छात्रों ने पूछताछ में बताया कि स्कॉलरशिप के पैसे उन्हें नहीं मिले हैं. छात्रों के बयान और मिली जानकारी के बाद अंबाला विजिलेंस ने एक अगस्त 2018 को मुकदमा दर्ज किया. जिसके बाद अब जाकर मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.