कैथल: शनिवार को प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने बैठक कर स्कूल की ट्यूशन फीस नहीं भरने वाले अभिभावकों के बच्चों की असाइनमेंट को रोकने का फैसला लिया है. असाइनमेंट रूकने से बच्चों को एक कक्षा से दूसरी कक्षा में जाने में कठिनाई आएगी.
दरअसल प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन चीका ने जिला प्रधान परमांनद गोयल व ब्लाक प्रधान सुभाष राणा की अगुवाई में बैठक बुलाई गई. बैठक में लगभग बीस स्कूलों के मुखिया मौजूद रहे. जिसमें स्कूलों द्वारा बच्चों को दिया जा रहा ऑन लाइन होम वर्क व अभिभावकों द्वारा फीस जमा ना करवाने पर चर्चा हुई.
जिला प्रधान परमानंद गोयल ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते जब से स्कूल बंद किए गए है. तभी वे सभी स्कूल संचालक बच्चों की पढ़ाई और उनके भविष्य को लेकर निरंतर चिंतित हैं. बच्चों का समय खराब ना हो और उनकी पढ़ाई लगातार जारी रहे इसके लिए प्राइवेट स्कूल संचालकों ने बच्चों के लिए ऑन लाइन सिलेबस भेजना शुरू किया. स्कूल संचालकों द्वारा शुरू किया गया यह प्रयोग काफी कारगर रहा. इस प्रकार से ऑन लाइन सिलेबस मिलने से बच्चे पढ़ाई और अध्यापक दोनों से जुड़ रहे और उनका किताबों से मोह भंग नहीं हुआ.
ब्लाक प्रधान सुभाष राणा ने कहा कि बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखने के प्राइवेट स्कूल के प्रयास के बावजूद कुछ अभिभावक स्कूल फीस जमा नहीं करवा रहे. जिससे स्कूल संचालकों के समाने अपने रोजमर्रा के खर्च चलाने मुश्किल हो रहे हैं. राणा ने कहा कि जो अभिभावक बच्चों की फीस जमा नहीं करवाएंगे. स्कूल उनके असाइनमेंट नहीं लेगा और ना ही बच्चे को अगली क्लास में प्रमोट किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हाइकोर्ट ने भी स्कूलों के हक में फैसला देते हुए अभिभावकों को फीस जमा करवाने को कहा है.
ये भी पढ़ें: पहली बार वर्चअुल सेरेमनी के माध्यम से बांटे गए नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड्स, ये खिलाड़ी और कोच हुए सम्मानित