कैथल: जिले के एक निजी अस्पताल में गर्भवती की मौत का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि अमरगढ़ कॉलोनी की 21 वर्षीय सीमा 4 माह की गर्भवती थी. गर्भवती के दर्द होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. परिवार का आरोप है कि सोमवार की रात सीमा को एक इंजेक्शन लगाया था. जिसके थोड़ी देर बाद ही सीमा की मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि इलाज में लापरवाही के चलते सीमा की मौत हुई है.
सीमा की मौत होने के बाद परिजनों ने विरोध में अस्पताल के बाहर हंगामा कर दिया.हंगामे को देखते हुए सुबह से ही करनाल रोड पर अस्पताल के सामने पुलिस बल तैनात कर दिया गया.
अस्पताल संचालक का कहना है कि इलाज के दौरान कोई कोताही नहीं हुई. युवती की मौत हार्ट फेल होने से हुई है.अस्पताल संचालक ने बताया कि सीमा 4 माह की गर्भवती थी. उसे दर्द के चलते अस्पताल में लाया गया था. जांच के बाद पता चला था कि उसकी बच्चेदानी का मुंह खुला हुआ है. जिसके चलते उसे अस्पताल में दाखिल कर लिया गया था.
शनिवार को उसका अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाया था. क्योंकि उसकी थैली फट गई थी. जिसके चलते जहर फैलने लगा था. उसकी जान बचाने के लिए गर्भपात की प्रक्रिया सूची में डाल दिया गया था.
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सोमवार को सीमा को फिर से दर्द हो गया था. शाम करीब 7 बजे दर्द कम करने के लिए सीमा को इंजेक्शन लगाया गया था. इंजेक्शन लगाने के बाद जब वह दूसरे मरीज को देख रहीं थीं. तभी कंपाउंडर ने बताया कि सीमा की आंखें ठहर गई हैं. उन्होंने चेकअप किया तो सीमा को एक-दो सांस ही आईं. इसके बाद सीमा की मौत हो गई.
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अस्पताल संचालक का कहना है कि अस्पताल की तरफ से इलाज में कोई लापरवाही नहीं हुई है. अस्पताल संचालक का कहना है कि रविवार को उन्हें बिना बताए परिवार के लोग सीमा को अस्पताल से लेकर जा रहे थे. उन्हें बिना बिल दिए जाने से रोका जरूर था. इसी के चलते वह लापरवाही जैसे आरोप लगा रहे हैं.
सीमा के परिजनों का आरोप है कि अस्पताल के कर्मी सीमा के शव को उनके घर पर छोड़ गए. उसके इलाज की रिपोर्ट और डेथ समरी भी नहीं दी गई.