गुहला चीका: कबड्डी खेल कर पाकिस्तान से भारत वापस लौटने पर खिलाड़ी गुरमैल सिंह का ग्रामवासियों द्वारा ढोल नगाड़ों के साथ गांव में पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया. हालांकि ये प्रतियोगिता अनौपचारिक थी.
गुरमेल सिंह के कोच सुरेश कुमार और राजेश कुमार ने बताया कि गुरमैल सिंह ने पाकिस्तान में संपन्न हुई कबड्डी प्रतियोगिता में भारत व पाकिस्तान के मध्य खेले गए मैच में बहुत ही अच्छा प्रदर्शन किया. हालांकि लाहौर के पंजाब स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में पाकिस्तानी कबड्डी टीम ने भारत को 43-41 से हरा दिया.
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उन्होंने बताया कि 10 देशों की टीमों ने उक्त प्रतियोगिता में भाग लिया था. जिसमें गुरमैल सिंह ने अपनी प्रतिभा का लोहा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनवाया है. गुरमैल सिंह ने कहा कि उनकी सफलता का सारा श्रेय उनके कोच व परिवार के सदस्यों को जाता है जिन्होंने हर कदम पर उनका साथ दिया. उन्होंने युवाओं से भी आह्वान किया है कि नशे से दूर रहें और खेलों में कड़ी मेहनत करें.
बता दें कि पाकिस्तान द्वारा आयोजित कबड्डी विश्व कप को 'अनौपचारिक' कहा जाता है क्योंकि विश्व कबड्डी महासंघ ने पहले खुलासा किया था कि एशियाई राष्ट्र द्वारा आयोजित एलीट क्लास टूर्नामेंट 'अनधिकृत' है. इस प्रकार, पाकिस्तान द्वारा आयोजित विश्व चैम्पियनशिप को आधिकारिक तौर पर मान्यता नहीं दी जाएगी और कोई भी संस्थान टूर्नामेंट के प्रमाण पत्र को स्वीकार नहीं कर सकता है.
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