कैथल: भारत में 21 दिन का लॉकडाउन लगा हुआ है. इस लॉकडाउन की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों को हो रही है जो दो वक्त की रोटी मेहनत मजदूरी करके खाते हैं. हालांकि सरकारें लोगों को भूखा ना सोना पड़े इसके लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं. प्रशासन को भी खाने को लेकर सख्त हिदायतें दी गई हैं. सरकार की हिदायतों के बाद भी प्रशासन सोया हुआ है.
लोगों को नहीं मिल रहा भरपेट खाना
करनाल रोड पर झुग्गी-झोपड़ियां बनी हुई हैं. जिनमें काफी संख्या में लोग रहते हैं. इन लोगों को भरपूर खाना भी नहीं मिल पा रहा है. यहां के लोगों का कहना है कि हमारे पास बना हुआ खाना आ रहा है. जितना खाना मिलता है उससे पेट नहीं भरता. इसके साथ ही इस खाने को खाने से कई बार पेट भी खराब हो जाता है. खाना खाकर कई बार बच्चे भी बीमार हो चुके हैं. अगर हम खाने की शिकायत करें तो लोग हमें डांटते हैं.
इस समय अधिकारी ऐसे जरूरतमंद लोगों के पास नहीं पहुचे और इन गरीब लोगों को पॉष्टिक खाना नहीं दिया गया तो ये लोग कोरोना से नहीं लेकिन अन्य कई भयानक बीमारियों को शिकार जरूर हो सकते हैं. लोग इनके बीच जाकर खाने के पैकेट बाटंकर सिर्फ फोटो क्लिक करा लेते हैं लेकिन खाने के नाम पर इनको जो दिया जा रहा, इससे उनके बच्चे आए दिन बीमार होते रहते हैं.
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बता दें कि इस समय देश में कोरोना का कहर जारी है. केद्र सरकार ने पूरे देश को 21 दिन के लिए लॉकडाउन कर दिया है. देश में अबतक करीब 5100 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. वहीं करीब 140 लोगों की मौत चुकी है. हरियाणा में भी करीब 119 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं.