कुरुक्षेत्रः हरियाणा की मंडियों में धान की आवक जोर पकड़ चुकी है. किंतु सरकार ने अभी तक सरकारी खरीद शुरू नही की है. जिस कारण किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है. बुधवार को शाहबाद किसान रेस्ट हाउस में भाकियू (चढूनी) ने राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी की अध्यक्षता में मीटिंग कर खरीद करवाने को लेकर सांकेतिक प्रदर्शन (BKU protest in kurukshetra) किया था. किसानों ने सरकार का वीरवार यानि आज तक खरीद शुरू करने का अल्टीमेटम दिया था.
लेकिन सरकार ने किसानों के अल्टीमेटम पर कोई सकारात्मक रुख नहीं अपनाया है. जिसके चलते धान की सरकारी खरीद अभी तक शुरू नहीं की गई है. धान की खरीद शुरू न होने से नाराज किसान 23 सितंबर को भाकियू (चढूनी) के बैनर तले सुबह 10 बजे शाहबाद स्थित ऊधम सिंह मेमोरियल ट्रस्ट में इकट्ठा होंगे. उसके बाद किसान दिल्ली चंडीगढ़ जीटी रोड (delhi chandigarh road jam) को जाम करेंगे.
बीकेयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह ने कहा कि मंडियां धान से भरी पड़ी हैं. लेकिन सरकार ने अभी तक खरीद शुरू नही की है. सरकार 1 अक्तूबर से खरीद शुरू करने का दावा कर रही है. ये दशकों पहले की परंपरा है. जबकि आजकल धान की ऐसी भी वैरायटी हैं जो सितम्बर माह में ही पककर तैयार हो जाती हैं. सरकार खुद कहती है कि किसान 15 जून के बाद धान की रोपाई शुरू करें. लेकिन सरकार द्वारा ही प्रमाणित बीज 90 दिन में पककर (15 सितम्बर) को तैयार हो जाता है. फिर सरकार धान की खरीद (Paddy procurement in kurukshetra) समय पर क्यों नही करती.
किसान नेता गुरनाम सिंह ने कहा कि किसान पर कुदरत की मार भी पड़ रही है. बीते दो दिनों से हो रही बेमौसमी बरसात के कारण मंडियो में खुले आसमान के नीचे पड़ा धान खराब (Paddy destroy in Kurukshetra) हो रहा है. जो धान पककर तैयार है वो खरीद शुरू न होने के कारण खेत में खराब हो रहा है. जिसके चलते कल जीटी रोड जाम करने का निर्णय लिया गया है.