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निजी अस्पताल की लापरवाही, ईलाज के दौरान बुजुर्ग की मौत - kaithal private hospital negligence

कैथल में निजी अस्पताल की लापरवाही का मामला सामने आया है. अस्पताल में स्टंट डालने के दौरान एक 64 साल के बुजुर्ग की मौत हो गई. परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया और पुलिस को सूचना दी.

Negligence of kaithal private hospital
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Published : Nov 24, 2019, 8:16 AM IST

कैथल: सीने में हल्का दर्द होने पर ईलाज करवाने के लिए कैथल के निजी सिग्नेस अस्पताल पहुंचे एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई. परिजनों ने मौत को चिकित्सकों की लापरवाही बताते हुए अस्पताल के बाहर हंगामा कर दिया. वहीं चिकित्सकों ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी. मौके पर सिविल लाइन एसएचओ बीरेंद्र सिंह अपनी टीम के साथ अस्पताल पहुंचे और दोनों पक्षों की बात सुनकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया.

64 साल के बुजुर्ग की मौत
गांव फर्शमाजरा निवासी गुरमीत सिंह ने का कहना है कि मेरे भाई अजीत सिंह नंबरदार (64) को शनिवार सुबह को सीने में हल्का दर्द हुआ था और वे ईलाज के लिए अपनी पैरों पर चलकर सिग्नेस अस्पताल पहुंचे. जहां चिकित्सकों ने एनजीयोग्राफी करने के बाद कहा कि मरीज को ब्लोकेज है, स्टंट डलेंगे और घबराने की कोई जरूरत नहीं है.

निजी अस्पताल की लापरवाही, देखें वीडियो

डॉक्टर्स ने की 2.35 लाख रुपये की मांग
स्टंट के लिए चिकित्सकों ने 2.35 लाख रुपये मांगे. हमने पैसों की हां कर दी थी और इसके बाद चिकित्सक स्टंट डालने के लिए मरीज को अंदर ले गए और कुछ ही देर बाद उन्हें कहा गया कि मरीज की मौत हो गई है. इसके बाद ईलाज करने वाला चिकित्सक भी अस्पताल से फरार हो गया.

डॉक्टर्स पर लापरवाही के आरोप
परिजनों ने सीधे-सीधे चिकित्सकों पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं. साथ ही इस लापरवाह चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. परिजनों का कहना है कि इस अस्पताल में ईलाज के नाम पर गंदा खेल खेला जा रहा है.

ये भी पढ़ें:- किस्सा हरियाणे का: ये है शाह चोखा की दरगाह जहां बादशाह अकबर की भरी थी गोद

पहले भी हुई थी एक महिला की मौत
गांव खानपुर निवासी रूलदू राम ने बताया कि गत 22 नवंबर को वे भी अपनी भाभी मंगो देवी पत्नी भले राम को सीने में दर्द होने पर सिग्रेस अस्पताल में लेकर आए थे. स्टंट डलने के बाद चिकित्सकों ने कहा कि आपरेशन सफल हुआ है और अब डरने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन वार्ड में शिफ्ट करने के कुछ देर बाद ही उसकी भाभी की मौत हो गई. उनका भी चिकित्सकों ने 1.41 लाख रुपये का बिल बनाया.

कैथल: सीने में हल्का दर्द होने पर ईलाज करवाने के लिए कैथल के निजी सिग्नेस अस्पताल पहुंचे एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई. परिजनों ने मौत को चिकित्सकों की लापरवाही बताते हुए अस्पताल के बाहर हंगामा कर दिया. वहीं चिकित्सकों ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी. मौके पर सिविल लाइन एसएचओ बीरेंद्र सिंह अपनी टीम के साथ अस्पताल पहुंचे और दोनों पक्षों की बात सुनकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया.

64 साल के बुजुर्ग की मौत
गांव फर्शमाजरा निवासी गुरमीत सिंह ने का कहना है कि मेरे भाई अजीत सिंह नंबरदार (64) को शनिवार सुबह को सीने में हल्का दर्द हुआ था और वे ईलाज के लिए अपनी पैरों पर चलकर सिग्नेस अस्पताल पहुंचे. जहां चिकित्सकों ने एनजीयोग्राफी करने के बाद कहा कि मरीज को ब्लोकेज है, स्टंट डलेंगे और घबराने की कोई जरूरत नहीं है.

निजी अस्पताल की लापरवाही, देखें वीडियो

डॉक्टर्स ने की 2.35 लाख रुपये की मांग
स्टंट के लिए चिकित्सकों ने 2.35 लाख रुपये मांगे. हमने पैसों की हां कर दी थी और इसके बाद चिकित्सक स्टंट डालने के लिए मरीज को अंदर ले गए और कुछ ही देर बाद उन्हें कहा गया कि मरीज की मौत हो गई है. इसके बाद ईलाज करने वाला चिकित्सक भी अस्पताल से फरार हो गया.

डॉक्टर्स पर लापरवाही के आरोप
परिजनों ने सीधे-सीधे चिकित्सकों पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं. साथ ही इस लापरवाह चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. परिजनों का कहना है कि इस अस्पताल में ईलाज के नाम पर गंदा खेल खेला जा रहा है.

ये भी पढ़ें:- किस्सा हरियाणे का: ये है शाह चोखा की दरगाह जहां बादशाह अकबर की भरी थी गोद

पहले भी हुई थी एक महिला की मौत
गांव खानपुर निवासी रूलदू राम ने बताया कि गत 22 नवंबर को वे भी अपनी भाभी मंगो देवी पत्नी भले राम को सीने में दर्द होने पर सिग्रेस अस्पताल में लेकर आए थे. स्टंट डलने के बाद चिकित्सकों ने कहा कि आपरेशन सफल हुआ है और अब डरने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन वार्ड में शिफ्ट करने के कुछ देर बाद ही उसकी भाभी की मौत हो गई. उनका भी चिकित्सकों ने 1.41 लाख रुपये का बिल बनाया.

Intro:कैथल का सिग्नेस हॉस्पिटल  बना मौत का अड्डा 

डॉक्टरों की अनदेखी बन रही है मौतों का कारण 
परिजनों के फोन करने पर भी नहीं आयी पुलिस 

स्टंट डालते समय दो दिन में 2 मौतें
-परिजनों ने अस्पताल के बाहर किया प्रदर्शन
-चिकित्सकों पर लगाया लापरवाही का आरोप
-हंगामा होता देख चिकित्सकों ने बुलाई पुलिसBody:

कैथल। सीने में हल्का दर्द होने पर ईलाज करवाने के लिए कैथल के निजी सिग्नेस अस्पताल पहुंचे एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई। परिजनों ने मौत को चिकित्सकों की लापरवाही बताते हुए अस्पताल के बाहर हंगामा कर दिया। वहीं चिकित्सकों ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। मौके पर सिविल लाइन एस.एच.ओ. विरेंद्र सिंह अपनी टीम के साथ अस्पताल पहुंचे और दोनों पक्षों की बात सुनकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया।
गांव फर्शमाजरा निवासी गुरमीत ङ्क्षसह ने बताया कि मेरे भाई अजीत सिंह नंबरदार (64) को शनिवार सुबह को सीने में हल्का दर्द हुआ था और वह ईलाज के लिए अपनी पैरों पर चलकर सिग्नेस अस्पताल पहुंचा। जहां चिकित्सकों ने एनजीयोग्राफी करने के बाद कहा कि मरीज को ब्लोकेज है, स्टंट डलेंगे और घबराने की कोई जरूरत नहीं है। स्टंट के चिकित्सकों ने 2.35 लाख रुपए मांगे गए। हमने पैसों की हां कर दी थी और इसके बाद चिकित्सक स्टंट डालने के लिए मरीज को अंदर ले गए और कुछ ही देर बाद उन्हें कहा गया कि मरीज की मौत हो गई है। इसके बाद ईलाज करने वाला चिकित्सक भी अस्पताल से फरार हो गया।
परिजनों ने आरोप लगाया कि यह सीधे-सीधे चिकित्सकों की लापरवाही है और लापरवाह चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। परिजनों ने कहा कि इस अस्पताल में ईलाज के नाम पर गंदा खेल खेला जा रहा है।

कल भी हुई थी एक महिला की मौत
गांव खानपुर निवासी रूलदू राम ने बताया कि गत 22 नवंबर को वे भी अपनी भाभी मंगो देवी पत्नी भले राम को सीने में दर्द होने पर सिग्रेस अस्पताल में लेकर आए थे। स्टंट डलने के बाद चिकित्सकों ने कहा कि आपरेशन सफल हुआ है और अब डरने की कोई जरूरत नहीं है। लेकिन वार्ड में शिफ्ट करने के कुछ देर बाद ही उसकी भाभी की मौत हो गई। उनका भी चिकित्सकों ने 1.41 लाख रुपए का बिल बनाया हुआ है।


Conclusion:बाइट- विरेंद्र सिंह, एस.एच.ओ.
बाइट- गुरमीत सिंह, परिजन
बाइट- रूलदू राम निवासी खानपुर
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