कैथल: यूं तो हरियाणा सरकार द्वारा भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लाख दावे किये जाते हैं. मुख्यमंत्री मनोहर लाल भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात कहते हैं. लेकिन भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए सरकार ने जिनके कंधों पर इसकी जिम्मेवारी दी है वही व्यक्ति भ्रष्टाचार के आरोप में संलिप्त पाये जा रहे हैं. ये वाकया कहीं और का नहीं बल्कि कैथल जिले में मुख्यमंत्री द्वारा गोद लिए गए गांव (scam in keorak government school kaithal) क्योड़क का है.
ग्रामीणों द्वारा क्योड़क गवर्नमेंट स्कूल कैथल की पूर्व प्रिंसिपल निधि गुप्ता और स्कूल प्रबंधन समिति के प्रधान व सीएम विंडो के सुरेश कुमार पर बिना डीडी पावर के स्कूल फंड से विकास कार्यों के नाम पर तीन लाख रुपये से अधिक निकालने के आरोप लगे (Scam In GMSSSS keorak) हैं. ग्रामीणों का कहना है कि उनके स्कूल की पूर्व प्रिंसिपल निधि गुप्ता व स्कूल प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष सुरेश कुमार ने मिलीभगत करके नई प्रिंसिपल की जॉइनिंग के बाद भी स्कूल के विकास कार्यों के नाम पर दो लाख से अधिक की राशि बिना डीडी पावर के निकाल ली.
इस संबंध में उन्होंने 4 महीने पहले मुख्यमंत्री को इसकी शिकायत दी थी. जिस संबंध में अभी तक कोई भी कार्रवाई देखने को नहीं मिली (scam in kyorak village school) है. गांव वासियों ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उनका गांव गोद लिया हुआ है. बावजूद इसके गांव के स्कूल में इस तरह के घोटाले सामने आ रहे हैं. ऐसे में उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की है कि इस मामले की जांच उच्च अधिकारियों से करवा कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
स्कूल के प्रिंसिपल रकम सिंह राठी ने बताया कि उन्होंने 5 जुलाई 2021 को इस स्कूल में बतौर प्रिंसिपल ज्वाइन किया था. उसके ज्वाइन करने के बाद भी स्कूल की पूर्व प्रिंसिपल निधि गुप्ता और एसएमसी प्रधान सुरेश कुमार ने स्कूल के विकास कार्यों के नाम पर लगभग 10 चेकों के माध्यम से दो लाख रुपयों से अधिक की राशि बिना डीडी पावर के निकलवाई है. इस संबंध में उन्होंने अपने विभाग के उच्च अधिकारी और एसएमसी सदस्यों को सूचित कर दिया था. ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायत पर फिलहाल जांच चल रही है.
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