कैथल: यातायात नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कैथल ट्रैफिक पुलिस काफी सख्त हो गई है. अगर हम बात करें 2019 के आंकड़ों की तो कैथल ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले लोगों के 69,527 चालान किए हैं जिनकी कुल राशि 2 करोड़ 26 लाख रूपये बनती है.
सरकार ने 2019 में ट्रैफिक चालान की राशि में बढ़ोतरी की थी जिसका कई बार लोगों ने विरोध भी किया और राजनीतिक लोगों ने भी इसमें कई जगह हस्तक्षेप किया. कैथल ट्रैफिक डीएसपी रविंद्र सांगवान ने बताया कि यह जो राशि बढ़ाई गई थी कहीं ना कहीं आम लोगों के लिए सही थी क्योंकि लोगों को अपनी जान का खतरा नहीं बल्कि उससे ज्यादा लोगों के लिए पैसा जरूरी है और पैसों के डर में लोग ट्रैफिक के नियमों का पालन करते हैं.
डीएसपी रविंद्र सांगवान का मानना है कि 50 से 60% लोगों का इन चलाने के प्रति डर बढ़ा है और वह ट्रैफिक नियमों का पालन कर रहे हैं. 2019 में कैथल जिले में जो सवा दो करोड़ रुपए के चालान किए गए हैं वह हर वर्ग के हैं चाहे वह बिना सीट बेल्ट के वाहन चला रहा हो या बिना हेलमेट के मोटरसाइकिल चला रहा हो.
कैथल जिले में दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे सड़क हादसों पर उन्होंने कहा कि हमारे पास एक विशेष प्लान है जिसको हम बहुत ही जल्द लागू करेंगे ताकि जो लोग सड़क पर चलते हैं वह सुरक्षित रहें और साथ में उन्होंने यह भी संदेश दिया कि कोई भी व्यक्ति शराब पीकर या किसी प्रकार का नशा करके गाड़ी ना चलाएं और यातायात के नियमों का पालन करें जिससे वह खुद भी सुरक्षित रहते हैं और रोड पर चलने वाले दूसरे लोग भी सुरक्षित चलते हैं.
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उन्होंने कहा कि कैथल सिटी में जाम की समस्या बहुत ज्यादा बनी हुई है. उसके लिए भी हम एसपी से मिलकर कोई न कोई हल जरूर निकालेंगे. हालांकि कई जगहों पर रेड लाइट लगाई गई है और भी कई तरह की योजनाएं हम जाम से निजात दिलाने के लिए बना रहे हैं.
ट्रैफिक डीएसपी रविंद्र सागवान ने कैथल वासियों को ईटीवी भारत के माध्यम से संदेश दिया कि जब भी आप अपने घर से व्हीकल लेकर निकलते हैं तो सीट बेल्ट या हेलमेट का प्रयोग जरूर करें. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जो भी जिले में मीडिया कर्मी या पुलिस कर्मचारी है सभी ट्रैफिक के नियमों का पालन करें ताकि आपको देखकर आम जनता भी इन नियमों का पालन करें.
डीएसपी ने कहा कि पुलिस का उद्देश्य चालान काटना नहीं है. पुलिस का उद्देश्य है कि लोग ज्यादा से ज्यादा नियमों का पालन करें ताकि दुर्घटनाएं कम हो सके और लोगों की जान बची रहे. लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए कई बार अभियान भी चलाए जाते हैं और लोगों को ट्रैफिक नियमों के बारे में जानकारी दी जा रही है.
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