कैथल: हरियाणा सरकार ने मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत लोगों का जीवन स्तर उठाने के लिए काफी योजनाएं चला रखी है. जिसमें जरूरतमंदों को रोजगार ऋण दिया जाता है, जिससे वह अपना कोई रोजगार स्थापित कर अपने परिवार का गुजारा कर ले और अपने जीवन स्तर को ऊंचा कर सके. ऐसे में सरकार की योजनाओं के बीच सरकारी नुमाइंदे अक्सर रोड़ा बनते नजर आते है. कुछ कमीशन खोर इन गरीब लोगों को भी लूटने से बाज नहीं आते है.
कैथल के एसपी मकसूद अहमद ने बताया कि ऐसा ही एक मामला कैथल से सामने (Commission in Chief Minister Antyodaya Yojana in Kaithal) आया है. यहां कलायत के गांव निवासी ने मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत नाई की दुकान का सामान लेने के लिए एक लाख रुपये के लोन के लिए अप्लाई किया था. जो कि पास हो चुका था, लेकिन उसने लोन नहीं लिया. इस बारे में जब मुख्यमंत्री कार्यालय ने उक्त व्यक्ति को फोन करके पूछा, तो उसने बताया कि जी मैं गरीब आदमी हूं एक लाख का लोन है और मुझ से सामान खरीदने की कोटेशन में कमीशन मांगी जा रही है. इसलिए मैंने लोन से मना कर दिया.
पीड़ित की शिकायत का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय ने तुरंत इसका संज्ञान लिया और कैथल के एसपी मकसूद अहमद को इसकी जांच करने के लिए कहा. जिस पर कैथल एसपी ने इसकी जांच की और जांच के बाद ऐसा पहला मामला होने के कारण हिदायत देकर छोड़ दिया और आगे से ऐसा मामला सामने आने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी (Kaithal SP warned for taking Commission) दी है.
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कैथल पुलिस अधीक्षक ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश हैं कि अगर कोई सरकारी योजनाओं में कमीशन खोरी का काम करता है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा. अभी हम सिर्फ चेतावनी जारी कर रहे हैं और आगे से अगर ऐसा कोई मामला है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस बारे में जब पीड़ित वीरेंद्र कुमार कमालपुर निवासी से बात की गई, तो उसने कहा कि अब हमारा समझौता हो गया है. यह कार्रवाई मुख्यमंत्री कार्यालय से हुई है.
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