कैथल: जिला में नशा तस्करी के नेटवर्क पर नकेल कसने के लिए जिला पुलिस ने रणनीति तैयार की है. एसपी लोकेंद्र सिंह के नेतृत्व में नशे का कारोबार करने वाले बड़े अपराधियों को पकड़ा जा रहा है. इसी कड़ी में सीआईए-टू पुलिस की तरफ से करीब 8 लाख रुपए मूल्य की 3 किलो 500 ग्राम अफीम तस्करी के मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
इन तीनों आरोपियों को कैथल सीआईए-टू पुलिस ने राजस्थान में दबिश देकर गिरफतार किए हैं. फिलहाल तीनों आरोपी अदालत में पेश कर दिए गये है. जहां से माननीय न्यायालय के आदेशानुसार 2 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. जबकि तीसरे आरोपी का मुख्य नशा तस्कर की गिरफतारी के लिए 6 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया है.
22 दिसंबर को पकड़ा गया था नशे का जखीरा
पुलिस सुत्रों के मुताबिक सीआईए-टू पुलिस की टीम आरोपी को साथ लेकर तस्कर नेटवर्क के सरगना की गिरफतारी के लिए राजस्थान में उसके विभिन्न ठिकानों पर दबिश दे रही है. बता दें कि उक्त मामले में सीआईए-टू पुलिस की तरफ से 22 दिसंबर को पंजाब निवासी 3 अन्य आरोपियों को एक गाडी में 3.5 किलोग्राम अफीम सहित गिरफ्तार करके गिरोह का भंडाफोड किया गया था.
तीनों आरोपी करते हैं फौज में नौकरी- एसपी
इस मामले में पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने जानकारी दी कि सीआईए-टू प्रभारी इंस्पेक्टर सोमबीर की अगुवाई में सहायक उपनिरिक्षक दलशेर सिंह की टीम की तरफ से नसीराबाद राजस्थान क्षेत्र में दबिश देकर आरोपी करणा राम निवासी ढ़ाणी देवनगर बालेसर जिला जोधपुर राजस्थान, युधबीर सिंह निवासी लिचकानी जिला पटियाला और गुरजीत सिंह निवासी हमझेड़ी जिला पटियाला पंजाब को एनडीपीएस एक्ट तहत गिरफतार कर लिया गया. गिरफ्तार किए गये 2 आरोपी फौजी बताए जा रहे हैं, जबकि तीसरा आरोपी करणा राम हाल ही 31 दिसंबर 2020 को फौज से रिटायरर्ड बताया गया है.
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राजस्थान का नशा पंजाब में करते थे तस्करी
एसपी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ दौरान खुलासा हुआ कि वे राजस्थान से अफीम खरीदकर पंजाब में तस्करी करके उंची कीमत पर बेचने का धंधा करते हैं. आरोपियों से की गई व्यापक पूछताछ के दौरान उनके गिरोह से जुड़े उपरोक्त तीनों आरोपियों की पुख्ता पहचान कर ली गई थी.