कैथलः कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही लोगों को घरों में रहने की अपील की थी. लेकिन लॉकडाउन की वजह से प्रवासी मजदूरों को सामने खाने का संकट खड़ा हो गया है, जिसके चलते कोरोना का खौफ कम होता नजर नहीं आ रहा.
घर जाने की जल्दी के चलते प्रवासी मजदूर अपने घरों की ओर पैदल ही जाते हो नजर आए. मजदूरों का कहना है कि लॉकडाउन के चलते काम पूरी तरह ठप हो गया है, जिसके कारण उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
लॉकडाउन का खासा असर उन लोगों पर पड़ा है. जो यूपी बिहार से रोजगार की तलाश में हरियाणा, पंजाब में काम करने के लिए आए हैं. इन लोगों का कहना है कि सब जगह काम बंद हो गया है. रोटी की चिंता है, घर पर गुजारा कैसे होगा इसकी भी चिंता है, आने-जाने का कोई साधन नहीं है. इसलिए यह लोग अपने गंतव्य की ओर पैदल ही निकल पड़े हैं.
इन लोगों का कहना है कि रोजगार खत्म हो गया है. मालिक ने काम से जवाब दे दिया है. जो पैसा मिला उसे लेकर हम लोग पैदल ही उत्तर प्रदेश अपने घर जा रहे हैं. ताकि अपने परिवार के साथ रह सकें, क्योंकि बिना पैसे के और बिना काम के पंजाब में रहना मुश्किल हो गया है.
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