कैथल: गणतंत्र दिवस के अवसर पर कैथल के पुलिस लाइन ग्राउंड में कार्यक्रम का आयोजन (republic day program in kaithal) किया गया. इस दौरान कई तरह की अव्यवस्थाएं देखने को मिली और ये प्रोग्राम जिला प्रशासन की लापरवाही की भेंट चढ़ गया. एक तरफ जहां परेड की सलामी के बाद जब मुख्य स्टेज के सामने से विभिन्न विभागों की झांकियां निकाली जानी थी तो उनमें से पांच-छ झांकियां ग्राउंड में ही फंस कर रह गई तो वहीं दूसरी ओर कैथल के सिविल सर्जन जयंत अहूजा द्वारा कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाई गई. वे ग्राउंड में बिना मास्क के घूमते हुए दिखाई दिए.
कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए जहां राज्य सरकार द्वारा सख्ती की जा रही है. वहीं दूसरी तरफ जिला प्रशासन भी बिना मास्क के लोगों के भारी भरकम चालान काट रहा है. जिसको लेकर लोगों का काफी रोष देखने को मिलता है, लेकिन कैथल में खुद सीएमओ ही सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ाते मिले. जब प्रोग्राम चल रहा था तो उस समय कैथल के मौजूदा सिविल सर्जन जयंत अहूजा ग्राउंड में बिना मास्क के घूम रहे थे.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज 26 जनवरी को लेकर जो झांकी निकाली जानी थी वह भी मास्क लगाने को लेकर लोगों को प्रेरित करने की थी. जिससे लोगों को संदेश दिया जा रहा था कि आप कहीं भी जाएं तो मास्क जरूर लगाएं, लेकिन कैथल के सिविल सर्जन जयंत आहूजा पर यह कहावत बिल्कुल सटीक बैठती है कि औरों को नसीहत खुद मियां फजीहत क्योंकि पूरे जिले के स्वास्थ्य का जिम्मा जिनके कंधों पर है वह अधिकारी ही सार्वजनिक स्थानों पर बिना मास्क के घूमेंगे तो और लोगों के पास क्या मैसेज आएगा.
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इस बारे में जब सिविल सर्जन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्होंने कुछ समय के लिए मास्क उतारा था और अब उसे दोबारा लगा लूंगा. जबकि वीडियो में साफ-साफ दिख रहा है कि किस तरह से सिविल सर्जन बिना मास्क के अपने कर्मचारियों के बीच खड़े होकर बातचीत कर रहे हैं और खुद ही सरकार के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. इसके अलावा इस कार्यक्रम में जब मुख्य स्टेज के सामने से विभिन्न विभागों की झांकियां निकाली जानी थी तो उनमें से पांच-छ झांकियां ग्राउंड में ही फंस कर रह गई.
वहीं झांकियों को निकालने के लिए जो क्रेन मंगाई गई थी वह भी मैदान में धंस गई. अफरा तफरी में अधिकारियों को उस क्रेन को निकालने के लिए भी अन्य साधनों का सहारा लेना पड़ा. आखिर बड़ा सवाल खड़ा होता है कि जब प्रशासन को भली-भांति पता था कि बरसात के कारण ग्राउंड में पानी भरा है, जिस कारण वाहन वहां धंस सकते हैं तो क्यों नहीं पहले से ही तैयारी की गई थी. बहरहाल गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में दिखी इन लापरवाही को लेकर आम लोग खासा नाराज दिखे.
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