कैथल: गुरुवार देर शाम हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला कैथल में एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे. किसान आंदोलन को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. कार्यक्रम से बाहर आने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए दुष्यंत चौटाला ने सरकार की उपलब्धियां बताते हुए कहा कि सरकार का निरंतर प्रयास है कि किसानों के साथ चर्चा हो, लेकिन चर्चा के कुछ और नतीजे निकले. उन्होंने कहा कि हम आज भी उम्मीद रखते हैं जो 40 अलग-अलग किसान नेता हैं. वो केंद्र से अपनी वार्ता को दोबारा शुरू करें. वार्ता से ही कृषि कानूनों का समाधान निकलेगा.
उन्होंने बताया कि आज ही हमने आने वाली गेहूं और सरसों की फसल के ऊपर विचार विमर्ष करके ये निर्णय लिया है. हरियाणा की केवल दो फसलों पर ही नहीं बल्कि 6 फसलों पर एमएसपी देने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में पहली बार भसल पर 1600 रुपये से ऊपर एमएसपी दी जाएगी. इसके लिए मैं किसानों से अपील करूंगा कि मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल खुला है. अपनी फसल को रजिस्टर्ड कराएं.
48 घंटों के अंदर किसानों के खाते में पहुंच जाएगा पैसा: दुष्यंत चौटाला
डिप्टी सीएम ने कहा कि पहले किसान की फसल गोदाम में पहुंचती थी फिर उनको एक सप्ताह में पैसा मिलता था. लेकिन अब जैसे ही आढ़ती किसान की फसल का जे फॉर्म काटेगा. किसान को 48 घंटों के अंदर खाते में पैसा आ जाएगा. वहीं उन्होंने कांग्रेस के कटाक्ष करते हुए कहा कि पंजाब में कांग्रेस की सरकार है. वहां के किसानों से पूछो कि उनका अभी तक धान का पैसा भी उनके खाते में आया है कि नहीं.
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मार्च से सरसों की और 1 अप्रैल से गेहूं की खरीद होगी शुरू: दुष्यंत
उन्होंने अपनी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि मैं ऑन रिकॉर्ड आज भी कहता हूं कि जैसे ही मार्च के महीने से सरसों की खरीद शुरू होगी. उसके साथ अप्रैल की 1 तारीख से गेहूं की खरीद शुरू होगी. हरियाणा प्रदेश की तमाम मंडियों के अंदर ज्यादा हाईटेक तरीके से लोडिंग और अनलोडिंग होगी. एक एक किसान को बेहतर व्यवस्था के साथ मंडियों में बुलाया जाएगा और उसका जे फॉर्म करते हैं. 48 घंटे के अंदर उसकी फसल का पैसा किसान के खाते में आ जाएगा.
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किसानों के साथ चर्चा के लिए केंद्र सरकार तैयार: दुष्यंत
वहीं किसानों के धरने को लेकर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि वे लोग किसान हैं. हमारे देश के किसान हैं. वो जिस विषय पर चर्चा करना चाहते हैं. केंद्र सरकार चर्चा करने को तैयार है. उस विषय पर दोनों पक्षों की सहमति क्यों आज तक नहीं बनी. क्योंकि यह पूरी मुहिम शुरू हुई थी न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर और केंद्र ने लिख कर दिया है कि एमएसपी फिक्स होगा. फिर उस मुहिम को ले जाया गया कि बिजली के बिल वापस होने चाहिए और इस तरह अन्य 25 मुद्दों की ओर ले जाया गया. जब लगभग तमाम विषयों के ऊपर सहमति बन गई. हो सकता है कुछ विषयों पर कम बात बनी हो और शायद कुछ विषय पर चर्चा भी नहीं हुई होगी. उसके बाद फिर बात आई तीनों बिल वापस करने के ऊपर. इस तरह आज तमाम रास्ते बंद करके किसानी का भला नहीं हो सकता.
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अशोक तंवर को नई पार्टी बनाने पर दी बधाई
उन्होंने डॉक्टर अशोक तंवर को उनकी नई पार्टी बनाने पर बधाई दी और आने वाले समय में ये देखने की बात होगी कि उनका ये मोर्चा किन एजेंडों के साथ काम करेगा. ये तो भविष्य के गर्भ में है, मगर मैं उनके जीवन के इस नए कदम पर अपनी ओर से और अपनी पार्टी की तरफ से बधाई देता हूं. अभय चौटाला के इस्तीफा देने वाले प्रश्न पर बोलते हुए दुष्यंत चौटाला ने स्वर बदलते हुए कहा कि क्या आप अभय चौटाला को सीरियस पॉलीटिशियन मानते हैं? अगर नहीं मानते तो आप ही उनके इस्तीफे को मंजूर कर लेना.
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