कैथल: जिले में एक राइस मिल के तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है. ये मामला जिला फूड सप्लाई अधिकारी विरेंद्र सिंह ने दर्ज करवाया है. 2011 में शीतल राइस मिल को कान्फेड ने धान दिया था, जिसका चावल मिल मालिक ने पूरा नहीं लौटाया और सरकार के साथ धोखाधड़ी की.
राइस मिल में 21 लाख रुपये का घोटाला
उसके बाद जब राइस मिलर से इसकी रिकवरी के लिए कहा गया तो उसने जिस खाते के चेक दिए वो भी पहले ही बंद हो गया था. इस प्रकार शीतल राइस मिल ने सरकारी एजेंसी कान्फेड के साथ 112 क्विंटल चावल का और साथ में गाड़ियों की लेट फीस चार्जेज सहित कुल 21 लाख रुपये का घोटाला किया. जिस पर कार्रवाई की जा रही है.
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राइस मिल के तीन लोगों पर दर्ज एफआईआर
जिला फूड एंड सप्लाई अधिकारी विरेंद्र सिंह कहा कहना है कि इस मामले पर संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज करवा दी गई है. जिस मिल पर ये कार्रवाई की गई है उस पर नकली चेक देने और चावल पूरा न देने के आरोप हैं. शीतल राइस मिल ने सरकार के साथ बड़ा फ्रॉड किया है.
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हरियाणा में राइस मिल को लेकर लगातार शिकायतें आ रही हैं. हाल ही में राइस मिलों की मिलीभगत से सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे, जिस पर राइस मिल का फिजिकल वेरिफिकेशन किया गया, लेकिन भी इस प्रकार के मामले लगातार निकल कर समाने आ रहे हैं. अब देखना होगा कि सरकार इस प्रकार के राइस मिलों पर कोई कठोर कदम उठाती है या नहीं.