कैथल: भारत बंद का कैथल में खास असर देखने को नहीं मिला. बताया जा रहा है कि जब किसान सड़कों पर निकले तब दुकानदारों ने अपनी दुकानें जरूर बंद कर दी थी. किसान नेता महेंद्र सिंह का कहना है कि कृषि विधेयक आने से किसान एक मजदूर की भांति रह जाएगा और साहूकार लोग आकर इनके ऊपर राज करेंगे. ये साहूकार लोग वे होंगे जो किसानों की फसल खरीदने के लिए आएंगे. इसलिए वो अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि अगर सरकार उनकी बात अभी नहीं सुनती तो आने वाली 5 अक्टूबर को बरवाला में एक किसान रैली की जाएगी. जिसमें पूरे भारत से बड़े-बड़े किसान नेता भाग लेंगे और भविष्य के लिए रणनीति बनाएंगे. किसानों का कहना है जब तक सरकार कृषि विधेयक वापस नहीं लेती है तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.
बता दें कि, भारतीय किसान यूनियन के बैनर के तले किसानों का अपनी मांगों को लेकर पिछले काफी समय से प्रदर्शन जारी है. किसानों का कहना है कि कृषि विधेयक किसानों के हित में नहीं है. सरकार को इस विधेयक को वापस लेना चाहिए.
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