कैथल: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 से पहले पक्ष-विपक्ष के बीच मानो तलवार खिंच गई है. एक दूसरे पर जमकर जुबानी हमले हो रहे हैं. लगातार दो राज्यों (हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक) में चुनाव जीतने के बाद हरियाणा में भी कांग्रेस सत्ता वापसी के लिए दम भर रही है. इसी कवायद में कांग्रेस ने बीजेपी-जेजेपी गठबंधन को घेरना शुरू कर दिया है. कर्नाटक जीत के बाद अपने जिले लौटे कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला ने जेजेपी और दुष्यंत चौटाला पर जमकर हमला किया. उनके वार के बाद अब जेजेपी ने भी उन पर पलटवार किया है. शुक्रवार को कैथल पहुंचे डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) एक सवाल के जवाब में सुरजेवाला पर जमकर बरसे.
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रणदीप सुरजेवाला ने क्या कहा- 15 जून को कैथल में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि भारी बेइज्जती के बाद भी दुष्यंत चौटाला सरकार के साथ कुर्सी से चिपके हुए हैं. सुबह बेइज्जती होने के बाद भी वो शाम को जाकर बीजेपी की गोद में बैठ जाते हैं. चुनाव से पहले वो कहते थे कि बीजेपी को जमुना पार भेज देंगे लेकिन अब दोनों भाई उनकी गोद में बैठ गये हैं. इसी मामले को लेकर सुरजेवाला के गृह जिले कैथल पहुंचे प्रदेश के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने सुरजेवाला पर जमकर हमला किया.
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला क्या बोले- गठबंधन को लेकर जिस दिन हमें लगेगा कि प्रदेश के हित में काम नहीं हो रहा है उस दिन के निर्णय उसी दिन लिये जायेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष भी कहते हैं कि बीजेपी ने मेरे खिलाफ चार्जशीट बना ली है. अगर कांग्रेस के पास वो चार्जशीट है तो दिखायें मुझे. जलील होने के बाद भी कुर्सी से चिपके रहने वाले कोई नेता थे तो वो थे रणदीज सुरजेवाला हैं.
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- मैं सुरजेवाला जी को कई मुद्दों पर जवाब दे चुका हूं. इतने बड़े कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं लेकिन उन्होंने कभी मेरा जवाब नहीं दिया. हवाई बातें करना और जलील होकर कांग्रेस में टिके रहना किसी से सीखना है तो रणदीप सुरजेवाला से सीखो. भूपेंद्र हुड्डा ने 10 साल सरकार में और 7 साल से अभी उनके साथ किया किया है. विधानसभा चुनाव तो अभी डेढ़ साल बाद होंगे लेकिन बापू-बेटा (भूपेंद्र हुड्डा-दीपेंद्र हुड्डा) इन्हें कैथल का टिकट भी नहीं लेने देंगे. दुष्यंत चौटाला, डिप्टी सीएम, हरियाणा
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भाजपा-जजपा सरकार👇
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) June 12, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
“प्रजातंत्र” नहीं “डंडातंत्र” !
▪️क्या अब MSP मांगना जुर्म है?
▪️क्या किसान की आवाज़ उठाना जुर्म है?
▪️क्या प्रजातांत्रिक विरोध जुर्म है?
अगर ये जुर्म है तो हर किसान ये जुर्म बार बार करेगा।
खट्टर-दुष्यंत की जेल कम पड़ जाएँगी,
किसान का संघर्ष कम नहीं होने… pic.twitter.com/W2GcvxLyha
">भाजपा-जजपा सरकार👇
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अगर ये जुर्म है तो हर किसान ये जुर्म बार बार करेगा।
खट्टर-दुष्यंत की जेल कम पड़ जाएँगी,
किसान का संघर्ष कम नहीं होने… pic.twitter.com/W2GcvxLyhaभाजपा-जजपा सरकार👇
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रणदीप सुरजेवाला कौन हैं- रणदीप सुरजेवाला फिलहाल राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं. हाल में हुए कर्नाटक चुनाव में वो कांग्रेस के प्रभारी रहे हैं. सुरजेवाला चार बार हरियाणा से विधायक बन चुके हैं. 1996 में नरवाना से वो पहली बार विधानसभा का चुनाव जीते. 2005 के चुनाव में नरवाना विधानसभा सीट से ही उन्होंने दुष्यंत चौटाला के दादा और पूर्व सीएम ओपी चौटाला को हराया था.
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आख़िर ‘ढोल की पोल’ खुल ही गई।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) October 25, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
जजपा-लोकदल भाजपा की ‘बी’ टीम थे, है और सदैव रहेंगे।
जब भाजपा को समाज का बँटवारा कर सत्ता हासिल करनी हो तो कभी राजकुमार सैनी और कभी जजपा-लोकदल कठपूतली बन साथ खड़े हो जाएँगे।
जनता अब तो असलियत जान गई है व पहचान गई है।https://t.co/UweB0F2gnJ
">आख़िर ‘ढोल की पोल’ खुल ही गई।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) October 25, 2019
जजपा-लोकदल भाजपा की ‘बी’ टीम थे, है और सदैव रहेंगे।
जब भाजपा को समाज का बँटवारा कर सत्ता हासिल करनी हो तो कभी राजकुमार सैनी और कभी जजपा-लोकदल कठपूतली बन साथ खड़े हो जाएँगे।
जनता अब तो असलियत जान गई है व पहचान गई है।https://t.co/UweB0F2gnJआख़िर ‘ढोल की पोल’ खुल ही गई।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) October 25, 2019
जजपा-लोकदल भाजपा की ‘बी’ टीम थे, है और सदैव रहेंगे।
जब भाजपा को समाज का बँटवारा कर सत्ता हासिल करनी हो तो कभी राजकुमार सैनी और कभी जजपा-लोकदल कठपूतली बन साथ खड़े हो जाएँगे।
जनता अब तो असलियत जान गई है व पहचान गई है।https://t.co/UweB0F2gnJ
रणदीप सुरजेवाला 2005 के बाद लगातार 2009 और 2014 हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी विधायक बने. 2005 से 2014 तक वो भूपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे. सुरजेवाला ने पीडब्ल्यूडी और पावर मिनिस्ट्री समेत कई विभागों की जिम्मेदारी संभाली. हलांकि पिछले 2 विधानसभा चुनाव में उन्हें बुरी तरह हार का सामना करना पड़ चुका है. 2019 में हुए जींद उपचुनाव और 2019 विधानसभा चुनाव में कैथल सीट से वो बीजेपी उम्मदीर से पराजित हो गये थे.
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