कैथल: नशा हरियाणा के युवाओं को दिन प्रतिदिन अपने आगोश में लेता जा रहा है. अगर बात करें हम पंजाब से सटे हरियाणा के सभी जिले नशे की चपेट में आ गए हैं और 15 वर्ष से 25 वर्ष की आयु के युवा ज्यादा नशे की ओर बढ़ रहे हैं. हालांकि सरकार और प्रशासन कई ऐसे कदम भी उठा रहे हैं कि नशे के कारोबार को खत्म किया जाए लेकिन फिर भी नशे का व्यापार दिन-प्रतिदिन फल फूल रहा है. ईटीवी भारत ने युवाओं को नशे से बचाने के लिए एक पहल की है. इस पहल के जरिए ईटीवी भारत युवाओं को नशे के प्रति जागरूक कर रहा है.
हरियाणा में फैलता जा रहा नशे का जाल
ईटीवी भारत टीम कैथल जिले के चीका कस्बा में जहां पर उन्होंने राहत नशा मुक्ति केंद्र का दौरा किया. जहां दो युवकों ने अपनी आपबीती सुनाई. कैसे उनकी हंसती खेलती जिंदगी को नशे ने बर्बाद कर दिया. यहां नशा छोड़ने के लिए पंजाब से आए एक युवा ने ईटीवी भारते से बातचीत में बताया कि 'मैंने उसने 15 वर्ष की आयु में नशा करना शुरू किया था और मैं अपने मित्रों के साथ नशा करता था. मैं स्मैक का नशा करता था. मैंने लगभग 20 लाख रूपये 10 साल के नशे के जीवन में खराब कर दिए. जब धीरे-धीरे मैं उसका आदी हो गया तो मुझे नशे की ज्यादा जरूरत पड़ने लग गई. शुरू में परिवार वालों से पैसे मिल जाते थे लेकिन बाद में जब पैसे मिलने बंद हो गए तो मैंने चोरियां भी शुरू कर दी. घर का समान बेचना शुरू कर दिया. पड़ोसियों का समान बेचना भी शुरू कर दिया. आपने फोन तक मैंने बेच दिए क्योंकि मुझे नशे की जरूरत होती थी.
नशे ने उजाड़ दिए भरे पूरे परिवार
नशे की लत लग जाने पर शरीर को नशे की जरूरत होती है. इंसान किसी भी हद तक जा सकता है. वो चोरी भी कर सकता है, किसी को मार भी सकता है. हालांकि ना एक अच्छे परिवार से संबंध रखता हूं, हम दो भाई हैं. मेरे पिताजी का सर्गवास हो चुका है और शुरू से ही गलत संगति में पड़ने के कारण में नशे का आदी हो गया था लेकिन अब मैं नशा छोड़ने के लिए आया हूं और अब मैं नशा छोड़ना चाहता हूं.
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उन्होंने बताया कि जब नशा व्यक्ति करता है तो उसको कोई भी होश नहीं रहता. वो अपने परिवार वालों के साथ, अपने पड़ोसियों के साथ मारपीट करता है. गाली-गलौज भी करता है. उसको कुछ नहीं पता होता कि सामने वाला व्यक्ति कौन है. उस पर नशे का पूरा जोर रहता है. जो नशा वो करता था. उसका प्रभाव उस पर लगभग 5 से 6 घंटे रहता था'.
नशा बना तलाक का कारण
वहीं जब दूसरे व्यक्ति से बात की तो उसने बताया कि 'मैं 17 साल की उम्र में नशा करने लग गया था. मैंने बहुत समय बर्बाद किया बहुत पैसा बर्बाद किया. हालांकि नशा करते हुए मैं बीच में विदेशी चला गया लेकिन वहां से मुझे नशे के कारण वापस आना पड़ा और यहां आकर घर वालों ने मेरी शादी भी कर दी थी, लेकिन मैं नशा नहीं छोड़ पाया, उससे मेरा तलाक हो गया. अब मुझे होश आया है कि नशा केवल नशे करने वाले को ही नहीं उसके परिवार को बर्बाद कर देता है. अब मैं नशा छोड़ने के लिए यहां पर आया हूं. जब व्यक्ति नशे में होता है उसको कोई भी खुश नहीं रहता कि वह क्या कर रहा है? क्या नहीं कर रहा? सिर्फ उसके शरीर को चाहती है कि वो नशा करे.