कैथल: हरियाणा के जिला कैथल में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है. हैरानी कि बात ये है कि जिला नागरिक अस्पताल में बीते कई सालों से 13 डॉक्टर गैर हाजिर चल रहे हैं. इसको लेकर विभाग ने नोटिस जारी कर दिया है. अस्पताल में 8 डॉक्टरों के गैरहाजिर चलने से व्यवस्था बिगड़ी हुई है. वहीं, बीते दो महीनों से हॉस्पिटल बिना सर्जन डॉक्टर के चलाया जा रहा है. यहां पर न तो डॉक्टर है और न ही चिकित्सकों का कार्यकाल बढ़ाया जा रहा है. इसका खामियाजा मरीजों और तीमारदारों को भुगतना पड़ रहा है.
कई सालों से गैर हाजिर चिकित्सक: इन डॉक्टरों के गैर हाजिर होने से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं. बता दें कि जिला नागरिक अस्पताल में 8, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक,सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुहला से दो, पीएचसी अरनौली से एक, सीएचसी कलायत से एक डॉक्टर सालों से गैरहाजिर चल रहा है. विभाग के पास पहले से ही डॉक्टरों की कमी है और दूसरा इन डॉक्टरों के कई सालों से छुट्टी पर जाने से जन स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से प्रभावित हैं.
स्वास्थ्य विभाग करेगा बड़ी कार्रवाई!: विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इन चिकित्सकों को नोटिस भेजा गया है. लकेन इसके बावजूद भी ड्यूटी ज्वाइन नहीं कर रहे हैं. विभाग की तरफ से अब बड़ी विभागीय कार्रवाई इन डॉक्टरों के खिलाफ की जा सकती है.
80 से ज्यादा सर्जरी पेंडिंग: जिला नागरिक अस्पताल में बीते दो महीनों से सर्जरी न होने की वजह से 80 से ज्यादा सर्जरी अटकी हुई है. सर्जरी कराने के लिए या तो लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ता है या फिर निजी अस्पतालों में ज्यादा पैसा खर्च कर सर्जरी करवानी पड़ रही है. बता दें कि नागरिक अस्पताल में एकमात्र सर्जन है, जो सेवानिवृत होने के बाद भी काम कर रहे हैं.
परेशानी झेल रहे मरीज: सर्जरी के अलावा, ओपीडी की भी समस्या हो रही है. इससे लोगों को इलाज व जांच के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. नागरिक अस्पताल में स्वीकृत 56 पदों में से केवल 22 के करीब ही डॉक्टर काम कर रहे हैं. नेत्र रोग, बेहोशी, गायिनी, हड्डी रोग विशेषज्ञ एक-एक है. जिसके चलते लोगों को इलाज के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
'गैर हाजिर डॉक्टरों को नोटिस जारी': जिला स्वास्थ्य विभाग की सिविल सर्जन डॉ. रेनू चावला का कहना है कि गैर हाजिर चल रहे डॉक्टरों को नौकरी ज्वाइन करने के लिए नोटिस भेजा गया है. विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में भी मामला लाया गया है. साथ ही रिक्त पड़े पदों को भरने के लिए भी पत्र लिखा गया है. उम्मीद है कि जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा.