कैथल: मांग दिवस के अवसर पर सफाई कर्मचारियों ने एक दिन का सांकेतिक धरना दिया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. सफाई कर्मचारियों ने यह धरना नगर परिषद कार्यालय में किया.
अपनी मांगों को लेकर सफाई कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
सफाई कर्मचारियों ने कहा कि उनका काफी समय से कुछ मांगें हैं जिनको सरकार पूरा नहीं कर रही है. मांगें नहीं मानने के कारण हमें मजबूर होकर धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है. कर्मचारियों ने कहा कि मांगों के संबंध में सरकार के साथ हमारी सहमति बन चुकी है, लेकिन सरकार उसे लागू नहीं कर रही है. जिसके कारण वे धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
क्या है सफाई कर्मचारियों की मांगें?
- रात को सफाई कर्मचारियों को ड्यूटी पर वापस लाना
- 116 दिन का बकाया वेतन और 6 महीने का बकाया एरियर देना
- डोर टू डोर के कर्मचारियों का बढ़ा हुआ वेतन और एरियर का भुगतान
- अन्य योजनाओं का लाभ देना
- कर्मचारियों का परिपत्र के अनुसार वेतन, भत्ते और छुट्टियां लागू करना
- 2018 के समझौते के अनुसार फायर के कर्मचारियों को छुट्टियां और अन्य योजना का लाभ देना
- कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना और पुरानी पेंशन बहाल करना आदि मुख्य मांगे हैं.
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इस संबंध में सर्व कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष जरनैल सिंह ने बताया कि मांग दिवस के दिन सफाई कर्मचारियों ने एक दिन का सांकेतिक धरना दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने उनकी जो मांगे मानी थी उसे जल्द से जल्द पूरा किया जाए.
जरनैल सिंह ने कहा कि कर्मचारियों की मांगे जल्द से जल्द मानी जाए. क्योंकि इसके कारण सफाई कर्मचारियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारी बात नहीं मानती तो पूरे प्रदेश भर से कर्मचारी इकट्ठा होकर आने वाली 12 मार्च को पंचकूला हेड ऑफिस में धरना प्रदर्शन करेंगे और आने वाले समय में सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे.