कैथल: बीजेपी विधायक लीलाराम गुर्जर ने अफसरशाही (lilaram gujjar on bureaucracy) को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. एक तरफ जहां हरियाणा सरकार राज्य में पारदर्शिता के तमाम दावे करती है, वहीं कैथल से बीजेपी विधायक लीलाराम अपनी ही सरकार के खिलाफ मैदान में उतर गए हैं. जिसको लेकर विधायक ने सरकार के सभी पारदर्शिता के दावों की पोल खोल कर रख दी.
खबर है कि कई दिनों से कैथल अनाज मंडी में धान खरीद को लेकर आढ़ती व राइस मिलरों के बीच काफी तनातनी चल रही है. जिसके चलते कैथल के राइस मिलरों ने कैथल की अनाज मंडी से धान खरीद बंद करवा दी. इसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है. वहीं आढ़तियों और राइस मिलरों की इस लड़ाई में अब कैथल से भाजपा विधायक लीला राम गुर्जर ने सरकार की पारदर्शिता के सभी दावों की पोल खोल कर रख दी है.
बीजेपी विधायक लीला राम ने फूड सप्लाई विभाग व हैफड के अधिकारियों पर घोटाले के गंभीर आरोप लगाए हैं. लीला राम ने कहा कि कैथल की अनाज मंडी में धान खरीद को लेकर पिछले कई सालों से धान खरीद घोटाला चल रहा है. उन्होंने कहा कि दोनों विभागों के अधिकारी पैसे लेकर अपनी मर्जी से धान की खरीद करवाते हैं. कई अधिकारी तो पिछले 10 सालों से एक ही पद पर बैठे हुए हैं. जो मिलीभगत कर किसानों को लूटने (paddy purchase scam in kaithal) का काम कर रहे हैं.
उन्होंने (lilaram gujjar bjp mla kaithal) कहा कि फूड सप्लाई व हैफड के अधिकारियों के खिलाफ कई बार मैं शिकायत कर चुका हूं, लेकिन शिकायत करने के बाद भी अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. लीला राम ने कहा कि कुछ राइस मिलर मुख्यमंत्री निवास पर जाकर मुख्यमंत्री को ही गुमराह करने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वो इस मामले में जल्द ही हरियाणा के मुख्यमंत्री से बात करेंगे.
इस मामले को लेकर जब कैथल की उपायुक्त संगीता तेतरवाल से बात की गई तो उन्होंने इस मामले पर मीडिया को जानकारी ना देकर DIPRO से बात करने की बात कही. फिलहाल विधायक द्वारा कैथल में उठाए गए धान खरीद घोटाले से एक बात तो साफ हो रही है कि सरकार द्वारा जो पारदर्शिता के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं वो भ्रष्ट अधिकारियों की वजह से धरातल पर धराशाई हो रहे हैं.