कैथल: बीजेपी के कार्यकाल में कर्मचारियों के धरना प्रदर्शन रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. रोजाना कोई न कोई कर्मचारी यूनियन सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहा है.
इसी कड़ी में कैथल में आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर यूनियन ने सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर लघु सचिवालय पर नारेबाजी करते हुए राज्य मंत्री कमलेश ढांडा के आवास पर पहुंचे और वहां पर उन्होंने अपनी मांगों को लेकर धरना दिया.
आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर यूनियन के जिला प्रधान कमला ढ्यौरा ने बताया कि जितने भी आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर हैं उन्हें पिछले 5 महीने से तनख्वाह नहीं दी गई. जिससे उनको घर चलाना बड़ा मुश्किल हो रहा है. उन्होंने कहा कि हमसे काम तो निरंतर लिया जा रहा है लेकिन सरकार तनख्वाह नहीं दे रही.
साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार ने जो फैसले लिए हैं कि नए प्ले स्कूल आंगनवाड़ी में स्थापित किए जाएंगे. उनमें टीचर आंगनवाड़ी वर्कर को काबिलियत के आधार पर रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर आंगनवाड़ी वर्कर में काबिलियत नहीं हुई तो नए टीचर इसमें भर्ती किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि जिससे चलते आंगनवाड़ी वर्कर में काफी रोष है.
हालांकि सरकार ने आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद करने के लिए आदेश दे रखे हैं लेकिन जो मिड डे मील हैं वो घर-घर पहुंचाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिले के अधिकारी उन पर आंगनवाड़ी केंद्र खोलने के लिए दबाव बनाते हैं. लेकिन सरकार के पास से अभी ऐसी कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है.
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उन्होंने कहा कि मिड डे मील घर-घर पहुंचाने के दौरान उनकी सुरक्षा के लिए सरकार ने कोई भी पुख्ता प्रबंध नहीं किए हैं. साथ ही जिस आंगनवाड़ी केंद्र में उनकी ड्यूटी है. पिछले 3 सालों से उनका किराया भी विभाग और सरकार की तरफ से नहीं दिया गया है. इस दौरान आंगनवाड़ी वर्कर्स ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानेगी तब तक उनकी प्रदर्शन जारी रहेगा.